Updated February 26th, 2020 at 15:06 IST
दिल्ली के दंगाग्रस्त चांद बाग इलाके से मिला खुफिया ब्यूरो के अधिकारी का शव
अधिकारियों ने बताया कि खुफिया ब्यूरो में काम करने वाला ये अधिकारी चांद बाग इलाके में रहते थे और शायद पथराव में उनकी जान गई।
Advertisement
खुफिया ब्यूरो का एक कर्मचारी दिल्ली के दंगा ग्रस्त इलाके चांद बाग में बुधवार को मृत पाया गया । अधिकारियों ने बताया कि खुफिया ब्यूरो में काम करने वाला ये अधिकारी चांद बाग इलाके में रहते थे और शायद पथराव में उनकी जान गई।
उन्होंने बताया कि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए जीटीबी अस्पताल ले जाया गया है। बता दें, दिल्ली उच्च न्यायालय ने उत्तर पूर्वी दिल्ली में हिंसा में आईबी के एक अधिकारी के मारे जाने को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया है।
वहीं संशोधित नागरिकता कानून को लेकर उत्तर पूर्वी दिल्ली में सांप्रदायिक हिंसा मामले में बुधवार को मृतकों की संख्या बढ़कर 20 हो गई। जीटीबी अस्पताल के अधिकारियों के अनुसार घायलों की संख्या अब 189 हो गई है, हालांकि अस्पताल में हालात ‘‘नियंत्रण’’ में है।
मंगलवार को मृतक संख्या 13 थी। जीटीबी अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक सुनील कुमार ने ‘पीटीआई’ को से कहा, ‘‘बुधवार को मृतक संख्या बढ़कर 20 हो गई।’’ इस संबंध में एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इससे पहले लोक नायक जयप्रकाश नारायण (एलएलजेपी) अस्पताल से चार शव गुरु तेग बहादुर (जीटीबी) अस्पताल लाए गए थे।
बाद में, जीटीबी के चिकित्सा अधीक्षक ने पत्रकारों से कहा कि मंगलवार आधी रात से मरीजों की तादाद बढ़ी है, न कि घायलों की, जैसा पहले था। सोमवार रात के बाद आगजनी, तनाव की घटनाओं के कारण राष्ट्रीय राजधानी सुलगती रही और मंगलवार को चांदबाग, भजनपुरा, गोकलपुरी, मौजपुर, कर्दमपुरी और जाफराबाद जैसे कई इलाकों में दो समूहों के लोगों के बीच संघर्ष तेज होता दिखा जिनके पास पेट्रोल बम भी थे और आगजनी की।
सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने मंगलवार रात को हालात का जायजा लिया। इस बीच, दिल्ली उच्च न्यायालय ने आधी रात को हुई सुनवाई में पुलिस को संशोधित नागरिकता कानून को लेकर हुई हिंसा में घायल हुए लोगों को आपात उपचार के लिए सुरक्षित अस्पताल पहुंचाने की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
घायलों को पर्याप्त सुविधाओं के साथ तुरंत और सुरक्षित तरीके से अस्पताल पहुंचाने से संबंधित याचिका पर तत्काल सुनवाई के अनुरोध को देखते हुए न्यायमूर्ति एस मुरलीधर के आवास पर यह सुनवाई हुई।
(इनपुट- भाषा)
Advertisement
Published February 26th, 2020 at 15:06 IST
आपकी आवाज. अब डायरेक्ट.
अपने विचार हमें भेजें, हम उन्हें प्रकाशित करेंगे। यह खंड मॉडरेट किया गया है।