Updated January 8th, 2019 at 22:40 IST
VIDEO: रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया- कैसे 126 जेट डील की जगह 36 लड़ाकू विमानों का हुआ सौदा
केंद्रीय मंत्री ने इस सवाल का जवाब दिया कि जब डीएसी ने 126 जेट की खरीद को मंजूरी दी थी तो आवश्यकताओं को क्यों टाल दिया गया था.
Advertisement
राफेल डील में कथित "भ्रष्टाचार" का आरोप लगाने वाली कांग्रेस लगातार मोदी सरकार को संसद से लेकर सड़क तक घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ रही कोशिश में लगी हुई है. इसी बीच रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने रिपब्लिक टीवी के एडिटर-इन-चीफ अर्नब गोस्वामी को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में विपक्ष के आरोपों पर करारा पटलवार किया.
उन्होंने डील में विमानों की कीमत घाटने को लेकर बात की.
केंद्रीय मंत्री ने इस सवाल का जवाब दिया कि जब डीएसी ने 126 जेट की खरीद को मंजूरी दी थी तो आवश्यकताओं को क्यों टाल दिया गया था.
उन्होंने कहा कहा, "जहां तक फ्लाइवे कंडीशन जेट्स की बात है तो ट्वीकिंग केवल इसलिए की गई है. हमने 18 से 36 की वृद्धि की. क्योंकि समय के साथ उन्होंने महत्व खो दिया. उन्होंने एग्रीमेंट को बिना हस्ताक्षर के छोड़ दिया और क्योंकि चुनाव आ गए थे और हमनें उस चक्कर में दो साल गंवा दिए. जिसके बाद हमनें डील में फ्लाइवे कंडीशन जेट्स के संख्या में 18 से 36 की वृद्धि की.
बता दें, इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने राफेल डील पर मोदी सरकार को क्लीन चिट दी थी और साथ ही अपने फैसले के दौरान विमानों की संख्या घटने को लेकर वजह बताई थी. कोर्ट ने कहा था कि यूपीए की डील के तहत 18 प्लेन पूरी तरह से उड़ने की स्थिति में मिलने थे और लाइसेंस के तहत हिंदुस्तान ऐरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) को बाकी प्लेन्स बनाने थे. हालांकि जब NDA सरकार ने इस डील में तब्दीली की तो 36 ऐसे विमानों का सौदा किया गया जो पूरी तरह से लोडेड मिलें. इसमें रिलायंस ऐरोस्ट्रक्चर लिमिटेड को भारतीय ऑफसेट पार्टनर बनाया गया है.
इससे पहले यू- टर्न के बारे में बोलते हुए कहा कि नहीं ये कोई यू- टर्न नहीं था.संसद में तीन बार बेसिक विमान की कीमत सामने आई है. मैंने गोपनीयता के खंड पर कहा था कि जब आप बेसिक कीमत के ऊपर और उससे जुड़ी जानकारी जानने चाहते हैं तो गोपनीयता खंड के चलते हम उसके बारे में नहीं बता सकते और इस गोपनीयता खंड को यूपीए के मेरे पूर्ववर्ती एके एंटनी द्वारा हस्ताक्षरित किया गया था.
राफेल क्या है ?
राफेल अनेक भूमिकाएं निभाने वाला एवं दोहरे इंजन से लैस फ्रांसीसी लड़ाकू विमान है और इसका निर्माण डसॉल्ट एविएशन ने किया है. राफेल विमानों को वैश्विक स्तर पर सर्वाधिक सक्षम लड़ाकू विमान माना जाता है.
Advertisement
Published January 8th, 2019 at 22:40 IST
आपकी आवाज. अब डायरेक्ट.
अपने विचार हमें भेजें, हम उन्हें प्रकाशित करेंगे। यह खंड मॉडरेट किया गया है।