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Updated April 1st, 2019 at 08:46 IST

A-SAT की कामयाबी के बाद अब दुश्‍मनों के रडार का पता लगाने वाले सैटेलाइट को लॉन्‍च करेगा भारत

यह मिशन इस लिहाज से विशेष है कि यह पहली बार PSLV की एक ही फ्लाइट में थ्री ऑर्बिट मिशन होगा,

Reported by: Neeraj Chouhan
| Image:self
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आज भारत फिर इतिहास रचने जा रहा है, आज भारत एक बार फिर साबित करेगा हम अतंरिक्ष की महाशक्ति बन चुके हैं। आज डीआरडीओ एक ऐसा सैटेलाइट लॉन्च करने वाला है, जो दुश्मनों के रडार को खोज निकालने की क्षमता रखता है।

आज सुबह यानि सोमवार को साढ़े नौ बजे पूरी दुनिया की निगाहें आंध्र प्रदेश के श्री हरिकोटा स्पेस सेंटर पर टिकी होंगी, क्योंकि आज सतीश धवन स्‍पेस सेंटर से  पीएसएलवी-सी-45 को लॉन्च किया जाएगा, जो कई मायनों में बेहद खास है क्योंकि GFX IN PSLV-C45 29 सैटेलाइट को अतंरिक्ष में ले जाएगा, अमेरिका, स्विटजरलैंड, लिथुआनिया और स्‍पेन के सैटेलाइट्स को लॉन्च किया जाएगा, इसके साथ ही EMISAT को लॉन्च किया जाएगा

क्यों खास है PSLV-C45

  • 29 सैटेलाइट को अतंरिक्ष में ले जाएगा
  • दूसरे देशों के 28 सैटेलाइट्स होंगे लॉन्च
  • EMISAT को लॉन्च किया जाएगा

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यह मिशन इस लिहाज से विशेष है कि यह पहली बार PSLV की एक ही फ्लाइट में थ्री ऑर्बिट मिशन होगा। पहली बार होगा कि इसरो अपने किसी मिशन के जरिए तीन उपग्रहों को तीन अलग अलग कक्षाओं में स्‍थापित करेगा, जिसे हम आम भाषा इसरो का थ्री इन वन मिशन कह सकते हैं। बहरहाल अब बात एमीसैट की, और आपको बताते हैं कि आज PSLV-C45 जिस एमीसैट को अतंरिक्ष में स्थापित करने वाला है, वो देश की सुरक्षा के लिहाज से क्यों बेहद अहम है GFX IN EMISAT एक रणनीतिक सैटेलाइट है, जिसका EMISAT का वजन 436 किलोग्राम है। EMISAT दुश्मनों के रडार स्‍टेशनों की निगरानी करेगा, इसके साथ ही दुश्मनों के रडार स्‍टेशनों की लोकेशन भेजेगा।

क्या है EMISAT

  • EMISAT एक रणनीतिक सैटेलाइट है
  • EMISAT का वजन 436 किलोग्राम है
  • दुश्मनों के रडार स्‍टेशनों की निगरानी करेगा
  • दुश्मनों के रडार स्‍टेशनों की लोकेशन भेजेगा

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पिछले 27 मार्च को ही मिशन शक्ति के जरिए भारत ने अतंरिक्ष में दुश्मन के सैटेलाइट को मारने की क्षमता हासिल की थी, आज एक बार फिर एक और कामयाबी हासिल करने का मौका आ गया है।

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Published April 1st, 2019 at 08:46 IST

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