Updated March 28th, 2024 at 14:37 IST
भारतीय अर्थव्यवस्था 2047 तक आठ प्रतिशत की दर से बढ़ सकती है: कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यम
सुब्रमण्यम ने कहा कि स्पष्ट रूप से आठ प्रतिशत की वृद्धि दर महत्वाकांक्षी है क्योंकि भारत पहले लगातार आठ प्रतिशत की दर से नहीं बढ़ पाया है।
Advertisement
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) में भारत के कार्यकारी निदेशक कृष्णमूर्ति वेंकट सुब्रमण्यम ने कहा कि अगर देश पिछले 10 वर्षों में लागू की गई अच्छी नीतियों को दोगुना कर सके और सुधारों में तेजी लाए तो भारतीय अर्थव्यवस्था 2047 तक आठ प्रतिशत की दर से बढ़ सकती है। सुब्रमण्यम ने कहा कि स्पष्ट रूप से आठ प्रतिशत की वृद्धि दर महत्वाकांक्षी है क्योंकि भारत पहले लगातार आठ प्रतिशत की दर से नहीं बढ़ पाया है, लेकिन इसे हासिल किया जा सकता है।
वेंकट सुब्रमण्यम ने ‘टाइम्स नाउ समिट’ में बृहस्पतिवार को कहा, ‘‘ पिछले 10 वर्षों में भारत ने जिस तरह की वृद्धि दर्ज की है, अगर हम पिछले 10 वर्षों में लागू की गई अच्छी नीतियों को दोगुना कर सकते हैं और सुधारों में तेजी लाएं तो भारत यहां से 2047 तक आठ प्रतिशत की दर से वृद्धि कर सकता है।’’
Advertisement
भारत की अर्थव्यवस्था 2023 के अंतिम तीन महीनों में उम्मीद से बेहतर 8.4 प्रतिशत की दर से बढ़ी, जो पिछले डेढ़ साल में सबसे तेज गति है। अक्टूबर-दिसंबर में वृद्धि दर के दम पर चालू वित्त वर्ष के अनुमान को 7.6 प्रतिशत तक बढ़ा दिया गया। सुब्रमण्यम ने कहा, ‘‘ अगर भारत आठ प्रतिशत की दर से बढ़ता है, तो 2047 तक भारत 55000 अरब अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बन सकता है।’’ आईएमएफ में भारत के कार्यकारी निदेशक ने रोजगार सृजन के लिए विनिर्माण क्षेत्र को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।
Advertisement
Published March 28th, 2024 at 14:37 IST
आपकी आवाज. अब डायरेक्ट.
अपने विचार हमें भेजें, हम उन्हें प्रकाशित करेंगे। यह खंड मॉडरेट किया गया है।