Updated September 13th, 2018 at 12:28 IST
‘मेरा बूथ, सबसे मजबूत’ कार्यक्रम में PM मोदी बोले, 'मुझेकांग्रेस के पुरानेकार्यकर्ताओं परदया आती है'
PM मोदी दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भारतीय जनता पार्टी के गाजियाबाद, हजारीबाग, जयपुर, नवादा और अनुराचल वेस्ट के कार्यकर्ताओं से बातचीत कर रहे हैं..
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भारतीय जनता पार्टी के गाजियाबाद, हजारीबाग, जयपुर, नवादा और अनुराचल वेस्ट के कार्यकर्ताओं से बातचीत कर रहे हैं. इस दौरान उन्होंने कहा, ''संगठन का मतलब होता है संगठन का लोग संग्रह करना और लोक संग्रह के रूप में सबसे बड़ी प्रेरणा रूपी कोई व्यक्ति है तो वो गणेश जी हैं.. सबको जोड़ना सबको साथ रखना सबको संभालना ये गणेश जी के व्यक्तित्व की विशेषता थी.'' पीएम मोदी ने गणेश चर्तुथी के मौके पर कार्यकर्ताओं को शुभकामनाएं दी.
इसके साथ ही पीएम मोदी बोले, 'कुछ दिन पहले दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई जो काफी सफल रही. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, अजेय भारत, अटल भाजपा ये हम सब की प्रेरणा का बिंदु है.
उन्होंने कहा, 'मेरा संदेश साफ है कि अब तक की विजय यात्रा ने सिद्ध कर दिया कि हमारी ताकत का मंत्र है ‘मेरा बूथ, सबसे मजबूत’ प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यकर्ताओं से कहा, 'जड़ जितनी मजबूत होती है पेड़ उतना ही फलदाई और ताकतवर होता है'. मेरे लिए ये सौभाग्य का विषय है कि आज भारतीय जनता पार्टी की जड़ को सींचकर उसे एक घने वृक्ष रुपी पार्टी बनाने वाले ऐसे अनेक कार्यकताओं से बात करने का मौका मिला है.'
पीएम ने कहा, ''इन सभी ने बूथ स्तर से कार्य करना शुरू किया है. यहां कोई व्यक्ति स्थायी नहीं है, आज जहां मैं हूं कल कोई और होगा और यही भारतीय जनता पार्टी की लोकतंत्र है. देश के नए बन रहे आधुनिक एक्सप्रेसवे, साफ-स्वच्छ रेलवे स्टेशनों और अनेक शहरों में बन रही मेट्रो में कोई जाति या पंथ पूछकर एंट्री नहीं होगी.''
इसके साथ ही पीएम मोदी ने कहा, भाजपा में नाम से नहीं काम से नेतृत्व तय होता है. बता दें, 13 सितंबर 2013 को ही भारतीय जनता पार्टी ने नरेंद्र मोदी को साल 2014 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया था.
पीएम मोदी ने इस दौरान कांग्रेस पार्टी पर भी तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा की ''कभी-कभी मुझे कांग्रेस के पुराने नेताओं पर दया आती है. क्योंकि उन्होंने कई सालों तक काम किया.. उनका संघर्ष उनका सार्मथन सिर्फ एक परिवार के काम ही आ रहा है.. और अगर उस परिवार के काम नहीं आया तो बाहर एक से एक समर्थ लोग परिवार के विकास की भेट चढ़ गए..''
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Published September 13th, 2018 at 12:22 IST
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