Advertisement

Updated September 23rd, 2018 at 17:04 IST

अभिषेक मनु सिंघवी का अरुण जेटली पर तीखा प्रहार,कहा- 'हमें उपदेश देने वाले पहले अपने बयानों को देख लें'

राफेल मुद्दे को लेकर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कांग्रेस के द्वारा लगाए गए आरोपों का जवाब दिया है. बता दें, वित्त मंत्री अरुण जेटली

Reported by: Gaurav Kumar
| Image:self
Advertisement

राफेल मुद्दे को लेकर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कांग्रेस के द्वारा लगाए गए आरोपों का जवाब दिया है. बता दें, वित्त मंत्री अरुण जेटली ने न्यूज एजेंसी एएनआई को इंटरव्यू देते हुए कांग्रेस पार्टी पर जमकर हमला बोला है. वहीं अब इसी इंटरव्यू को लेकर कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने अरुण जेटली से कई सवाल पूछे हैं. सिंघवी ने अरुण जेटली पर निशाना साधते हुए कहा है कि 'जो लोग हमें उपदेश दे रहे हैं आज उन्होंने पिछले 30 दिनों में ही एक बार क्लाउन कहा.. एक बार कहा कि मानसिक संतुलन खो बैठे हैं राहुल गांधी .. एक बार कहा कि वो सार्वजनिक जीवन के अनउपयुक्त व्यक्ति हैं आज वो हमें बता रहे हैं कि कैसे शब्दों का प्रयोग करना चाहिए राजनीति में .. क्या शैली होनी चाहिए..'

इसके साथ ही सिंघवी ने कहा, 'मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि क्या डसॉल्ट को पागलपन हो गया था कि पूरे भारत में उन्हें एक ऐसी कंपनी मिली..जो दिवालियापन के कगार पर थी.. उसी को चुना कोई और नहीं मिला 30 हजार करोड़ के ऑफसेट कॉन्ट्रेक्ट के लिए.. इन सबका जवाब वो नहीं देते.''

गौरतलब है कि अरुण जेटली ने अपने इंटरव्यू में कहा था कि  ''कुछ वक्तव्य ऐसे ही होते हैं जिनका उद्देश्य ही होता है कि विवाद खड़ा करो.. लेकिन एक ये भी सच्चाई है कि ऐसे कई वक्तव्य होते हैं हालात और तथ्य उनको अपने आप गलत साबित कर देते हैं.. और ऐसे बयानों की विश्वसनीयता नहीं होती और इसके कारण कई हैं. पहला कारण है कि फ्रांस की सरकार ने कहा कि हमारा पूर्व राष्ट्रपति सही बयान नहीं कर रहा है .. ऑफसेट सप्लायर कौन होंगे ये डसॉल्ट राफेल मेन्युफेक्चर तय करेगा.. उनकी अपनी सरकार और अपनी कंपनी ने उनका उसी समय विरोध कर दिया कि वो सच नहीं  बोल रहे हैं..''

इसके साथ ही अरुण जेटली ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा था कि, 'मैंने उस दिन लिखा कि लाफ्टर चैलेंज नहीं है जब चाहो  आप किसी को गले लगा लो ..फिर किसी को आंख मार दो फिर गलत बयान देते रहो.. लोकतंत्र में शब्दावली का ऐसा प्रयोग करें जिससे कुछ बुद्धि दिखाई दे.'

फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के बयान के बाद से ही देश की राजनीति में हंगामा मच गया है. जहां कांग्रेस बीजेपी पर राफेल डील में घोटाले की बात कर रही है वहीं बीजेपी कांग्रेस के आरोपों का जवाब दे रही है. बता दें, फ्रांसीसी मीडिया के मुताबिक फ्रांस्वा ओलांद ने कथित तौर पर कहा है कि भारत सरकार ने 58,000 करोड़ रुपये के राफेल विमान सौदे में फ्रांस की विमान बनाने वाली कंपनी दसॉल्ट एविएशन के ऑफसेट साझेदार के तौर पर रिलायंस डिफेंस का नाम प्रस्तावित किया था और ऐसे में फ्रांस के पास कोई विकल्प नहीं था.

 

 

Advertisement

Published September 23rd, 2018 at 16:47 IST

आपकी आवाज. अब डायरेक्ट.

अपने विचार हमें भेजें, हम उन्हें प्रकाशित करेंगे। यह खंड मॉडरेट किया गया है।

Advertisement

न्यूज़रूम से लेटेस्ट

Advertisement
Advertisement
Advertisement
Whatsapp logo