Updated August 10th, 2021 at 20:07 IST
'जिहाद के नाम' पर महिलाओं का यौन शोषण; मारे गए आतंकियों के पास से बरामद हुआ वियाग्रा
जम्मू-कश्मीर में जिहाद के नाम पर आतंकियों द्वारा महिलाओं का शोषण जारी है जो हाल ही में घुसपैठ कर रहे दो आतंकियों को मारे जाने की घटना से साबित होता है।
Advertisement
जम्मू-कश्मीर में जिहाद के नाम पर आतंकियों द्वारा महिलाओं का शोषण जारी है जो हाल ही में राजौरी के थानामंडी एनकाउंटर में घुसपैठ कर रहे दो आतंकियों को मारे जाने की घटना से साबित होता है। बता दें कि ऐसा पता चला है कि ये दोनों आतंकवादी अपने साथ वियाग्रा लेकर जा रहे थे। इससे पता चलता है कि जो आतंकवादी जिहाद के लिए लड़ने का दावा करते हैं, वास्तव में उन्हें जम्मू-कश्मीर की निर्दोष महिलाओं के यौन शोषण के लिए भेजा जा रहा है।
सुरक्षा प्रतिष्ठान के शीर्ष अधिकारी ने रिपब्लिक को पुष्टि करते हुए कहा, “पहले भी सुरक्षा बलों ने कश्मीर में मारे गए आतंकवादियों के पास से इस्तेमाल किए गए कंडोम और कंडोम के पैकेट बरामद किए हैं। यौन शक्ति बढ़ाने वाली दवाओं जैसी सामग्री की बरामदगी से पता चलता है कि आतंकवादी महिलाओं के यौन शोषण में लिप्त थे।”
पुलिस ने अपने बयान में कहा, “छह अगस्त 2021 को जम्मू-कश्मीर पुलिस को गांव पंगई के सामान्य इलाके में आतंकियों के एक समूह के होने की सूचना मिली थी। फिर भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा एक संयुक्त तलाशी अभियान शुरू किया गया। तलाशी के दौरान, संयुक्त दल आतंकवादियों के करीबी संपर्क में आया, जिन्होंने तलाशी दल पर गोलियां बरसानी शुरू कर दी, लेकिन इसका प्रभावी ढंग से जवाब दिया गया था जिसके दौरान दो आतंकवादियों का सफलतापूर्वक सफाया कर दिया गया।”
ये भी पढ़ेंः बॉम्बे हाईकोर्ट ने रद्द की 11वीं में एडमिशन के लिए होने वाली CET परीक्षा; इंटरनल असेसमेंट के आधार पर मिलेगा एडमिशन
बयान में आगे कहा गया है कि नौ मैगजीन और 232 राउंड के साथ दो एके 47 राइफल, चार ग्रेनेड, गोला-बारूद के पाउच, बैटरी, बैंडेज, गोलियां और रोजाना में काम आने वाली अन्य चीजें बरामद की गई हैं। इस संबंध में थानामंडी थाने में प्राथमिकी संख्या 177/2021 यू/एस 307/120-बी आईपीसी, 13 यूएलए, 07/27 आईएए, 03/04 विस्फोटक पदार्थ अधिनियम दर्ज किया गया है और जांच शुरू हो गई है।
आगे लिखा था- “उनमें से एक आतंकवादी की पहचान रमीस अहमद तांत्रे, पुत्र मोहम्मद युसूफ तांत्रे, निवासी रामनगरी, शोपियां के रूप में हुई है जो फरवरी 2018 में वैध भारतीय पासपोर्ट पर पाकिस्तान गया था और उसके बाद उसके नहीं लौटने की खबरें हैं। इसका और वेरिफिकेशन चल रहा है। दूसरे आतंकी की पहचान अभी नहीं हो पाई है। संयुक्त घेराबंदी और तलाशी अभियान अभी भी जारी है।”
ये भी पढ़ेंः जम्मू-कश्मीर के शोपियां में CRPF के गश्ती टीम पर आतंकी हमला, एक जवान घायल
Advertisement
Published August 10th, 2021 at 20:02 IST
आपकी आवाज. अब डायरेक्ट.
अपने विचार हमें भेजें, हम उन्हें प्रकाशित करेंगे। यह खंड मॉडरेट किया गया है।