Updated October 28th, 2018 at 12:17 IST
RSS नेता इंद्रेश कुमार का दावा, 'राम मंदिर निर्माण के लिए तैयार हैं मुस्लिम, सुप्रीम कोर्ट जल्द सुनाए फैसला'
इंद्रेश कुमार ने दावा किया कि इस मुद्दे को लेकर उनकी मुस्लिमों से बातचीत हुई है और वो भी राम मंदिर का निर्माण करना चाहते हैं.
Advertisement
अयोध्या में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद जमीन विवाद मामले में 29 अक्टूबर से सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगा. इसी बीच देश में इस मुद्दे को लेकर राजनीति भी तेज हो गई है. आरएसएस की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य इंद्रेश कुमार ने कहा कि यदि किसी भूमि को लेकर विवाद है तो इस्लाम में वहां नमाज अदा करने की मनाही है. यह राम की भूमि है और विवाद को खत्म कर देना चाहिए. हिंदुओं और मुसलमानों का अपमान भी खत्म होना चाहिए. कोर्ट भी इस मामले में तीन तलाक केस की तरह जल्द फैसला देना चाहिए. आरएसएस प्रमुख ने कहा है कि राम मंदिर के निर्माण से देश में सद्भावना एवं एकात्मता का वातावरण बनेगा.
उन्होंने आगे कोर्ट पर विश्वास जताते हुए कहा कि वे जल्द ही फैसला सुनाएंगे. मैं आश्वस्त कर सकता हूं कि हमारे देश में कोई दंगा या हिंसा नहीं होगी. इस प्रकार उन्हें जल्द ही फैसला देना चाहिए.
इंद्रेश कुमार ने दावा किया कि इस मुद्दे को लेकर उनकी मुस्लिमों से बातचीत हुई है और वो भी राम मंदिर का निर्माण करना चाहते हैं. कांग्रेस और अन्य दल चाहते हैं कि राम मंदिर मुद्दे पर कोई भी फैसला लोकसभा चुनाव के बाद आए और चाहते थे कि हिंसा जारी रहे लेकिन यह नहीं होगा. इसलिए फैसला जल्द ही आना चाहिए.
इससे पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा कि जिस तरह उच्चतम न्यायालय ने सबरीमला मामले में निर्णय सुनाया है उसी तरह उसे राम मंदिर मुकदमे में भी फैसला सुनाना चाहिए. राम मंदिर मामले को भारत के लोगों की आस्था का मामला बताते हुए योगी ने कहा कि अयोध्या में मंदिर लोगों के दिलों में बहुत महत्व रखता है .
योगी ने इंडिया फाउंडेशन की ओर से आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘अगर उच्चतम न्यायालय सबरीमला मामले में फैसला दे सकता है तो इसे राम मंदिर मुद्दे पर भी उसे अपना आदेश देना चाहिए . मैं न्यायालय से ऐसा करने का आग्रह करता हूं .’’
साथ ही उन्होंने यह स्पष्ट किया कि उनके और उनकी पार्टी भारतीय जनता पार्टी के लिए राम मंदिर निर्माण कोई चुनावी मुद्दा नहीं है.
उनकी यह टिप्पणी इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि उनका यह बयान ऐसे समय में आया है जब विश्व हिंदू परिषद ने मांग की है कि सरकार को अयोध्या में विवादित स्थल पर मंदिर निर्माण के लिए संसद में एक कानून बनाना चाहिए.
(इनपुट- भाषा)
Advertisement
Published October 28th, 2018 at 12:17 IST
आपकी आवाज. अब डायरेक्ट.
अपने विचार हमें भेजें, हम उन्हें प्रकाशित करेंगे। यह खंड मॉडरेट किया गया है।