Updated November 28th, 2022 at 09:48 IST
Bhopal में 'धर्मांतरण' की क्लास; हिंदू संगठन के लोगों ने रंगे हाथ पकड़ा, जमकर किया हंगामा
आए दिन देश के किसी ना किसी कोने से 'धर्मांतरण के खेल' (Religion Conversion) से पर्दा उठता है। ताजा मामला मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की राजधानी भोपाल से सामने आया है।
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देश में इन दिनों धर्म परिवर्तन (Religion Conversion) एक गंभीर मुद्दा बन गया है। आए दिन देश के किसी ना किसी कोने से धर्मांतरण के 'खेल' से पर्दा उठता है। ताजा मामला मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की राजधानी भोपाल से सामने आया है, जहां चोरी छिपे धर्मांतरण कराए जाने की बात कही जा रही है। बताया जा रहा है कि भोपाल (Bhopal) के स्लम एरिया में गरीब तबके के हिंदू परिवारों को ईसाई धर्म में जोड़ने की कोशिश की जा रही थी। इसकी भनक लगते ही बजरंग दल (Bajrang Dal) और हिंदू संगठन के लोगों ने हंगामा किया है।
जानकारी के मुताबिक, भोपाल से पिछले कुछ दिनों लगातार धर्मांतरण के मामले सामने आ रहे हैं। ताजा मामला टीटी नगर थाना क्षेत्र का बताया जा रहा है, जहां पर शिवनगर में कुछ लोगों का धर्मांतरण कराया जा रहा था। जिसे लेकर जमकर बवाल हुआ। हिंदू संगठन और बजरंग दल के लोग मौके पर पहुंच गए। उन्होंने आरोप लगाया कि ईसाई मिशनरी से जुड़े लोग धर्मांतरण करा रहे हैं। संगठन के लोगों ने दावा कि उन्होंने गरीब बस्तियों में जाकर ईसाई मिशनरी के कुछ लोगों को रंगे हाथ धर्मांतरण कराते पकड़ा है।
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यह पूरा मामला पुलिस के पास भी पहुंच गया है। धर्मांतरण मामले में टीटी नगर थाना पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। धार्मिक-स्वतंत्रता अधिनियम 3/5 और धारा 295 (A) के तहत तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। फिलहाल पुलिस इस मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है।
उल्लेखनीय है कि देश में धर्मांतरण की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। बावजूद इसके धर्मांतरण के मामलों पर अंकुश लगाने के लिए प्रशासन और सरकारों ने कोई ठोस कदम अभी तक नहीं उठाया है। हालांकि बीते दिनों सुप्रीम कोर्ट भी यह कुछ चुका है कि जबरन धर्म परिवर्तन से देश की सुरक्षा प्रभावित हो सकती है। इसी महीने सुप्रीम कोर्ट ने एक मामले में सुनवाई करते हुए यह टिप्पणी की थी।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा था, 'जबरन धर्म परिवर्तन का मुद्दा बहुत गंभीर है और यह राष्ट्र की सुरक्षा और साथ ही नागरिकों की स्वतंत्रता को प्रभावित कर सकता है। धर्म की स्वतंत्रता है, लेकिन जबरन धर्म परिवर्तन पर कोई स्वतंत्रता नहीं है।' इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से कहा था कि वह अपना रुख स्पष्ट करें कि जबरन धर्मांतरण को रोकने के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं।
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Published November 28th, 2022 at 09:48 IST
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