Updated October 27th, 2018 at 20:57 IST
URBAN NAXAL CASE | पुलिस हिरासत में भेजी गई सुधा भारद्वाज ने जेल में मांगी विजय माल्या की तरह VVIP सुविधा
नक्सलियों से संबंध के शक में पुलिस हिरासत में भेजी गई सुधा भारद्वाज नें जेल में मांगी विजय माल्या की तरह VVIP सुविधा .
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नक्सलियों से कथित तौर पर संबंध होने के मामले में मानवाधिकार कार्यकर्ता सुधा भारद्वाज को 6 नवंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है. शुक्रवार देर रात महाराष्ट्र पुलिस ने उनको सूरजगुंड स्थित निवास स्थान से गिरफ्तार किया था. इससे पहले पुणे की एक अदालत ने सुधा भारद्वाज की जमानत याचिक खारिज कर दी. जिसके बाद पुणे पुलिस की टीम ने उन्हें हिरासत मे ले लिया था.
पुणे पुलिस ने सुधा भारद्वाज को उनके घर से गिरफ्तार कर सूरजकुंड थानें ले गई थी. जिसके बाद उनको कोर्ट में पेश किया गया. जहां उनको पुलिस हिरासत में जेल भेज दिया गया.
जानकारी के अनुसार कोर्ट में सुनवाई के दौरान जब सुधा भारद्वाज को लगने लगा था कि उन्हें आज पुलिस हिरासत में भेज दिया जाएगा. ऐसे में सुधा ने अपने मेडिकल प्रॉब्लम का जिक्र किया. उसके बाद जेल के हालात को देखते हुए सुधा के वकील ने कहा कि ''भारत सरकार ने जिस तरह की सुविधा विजय माल्या को देने का वादा किया है. तमाम सुविधाएं जो विजय माल्या को भारतीय जेल में दिया जा रहा हैं वह सारी सुविधाएं सुधा भरद्वाज को भी मिलनी चाहिए .''
भारत सरकार द्वारा भगौड़े विजय माल्य को जेल में दिए जाने वाली सुविधाओं के दावो की फ़ेहरिस्त तैयार कर कोर्ट को सुधा भारद्वाज के वकील ने ऐप्लिकेशन पेश दी. इस पर चर्चा भी हुई.
भगोड़े विजय माल्य की तरह सुविधाओं पर कोर्ट ने अंत में कहा कि सुधा भारद्वाज की मेडिकल हालात को देखते हुए सारी सुविधा ग्रांट कर दी जाती है. साथ ही कोर्ट की तरफ से पुलिस विभाग को हाईजिन का ख्याल रखने का निर्देश दिया गया है.
बता दें कि सुधा भारद्वाज भीमा - कोरेगांव में हुई हिंसा के मामले में आरोपी है. बताया जा रहा है कि गिरफ्तारी से पहले ही सुधा भारद्वाज के घर के बाहर तैनात फरीदाबाद पुलिस के जवानों को हटा लिया गया था.
दरअसल , जनवरी 2018 को पुणे के पास भीमा-कोरेगांव लड़ाई की 200वीं वर्षगांठ पर एक समारोह आयोजित किया गया था, जहां हिंसा होने से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी.
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Published October 27th, 2018 at 20:42 IST
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