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Updated September 28th, 2018 at 14:47 IST

Urban Naxals Case: कांग्रेस की सरकार में ASG रह चुकीं इंदिरा जयसिंह ने ट्वीट कर साधा CJI दीपक मिश्रा पर निशाना ..

इंदिरा जयसिंह वरिष्ठ वकील हैं और कांग्रेस की सरकार के समय वो  Additional Solicitor General भी रह चुकी हैं.

Reported by: Gaurav Kumar
| Image:self
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सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को पांच मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की रिहाई से संबंधित याचिका को खारिज कर दिया है. बता दें, इन लोगों को भीमा-कोरेगांव मामले में नजरबंद किया गया है. सुप्रीम कोर्ट ने ये फैसला 2:1 से खारिज कर दिया है. अब इसी फैसले को लेकर वरीष्ठ वकील इंदिरा जयसिंह ने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया दीपक मिश्रा पर सवाल उठाए हैं. बता दें, इंदिरा जयसिंह वरिष्ठ वकील हैं और कांग्रेस की सरकार के समय वो  Additional Solicitor General भी रह चुकी हैं.

इंदिरा जयसिंह ने ट्वीट करते हुए CJI दीपक मिश्रा पर हमला बोला है. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है कि ''भारत के चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा ने भीमा कोरेगांव में अपने फैसला से अपनी विरासत में सेंध लगाई है. न्याय अभाज्य है, आप जेंडर जस्टिस में विश्वास नहीं कर सकते और ना नागरिक स्वतंत्रता में.''

ये पहला ऐसा मौका नहीं है जब इंदिरा जयसिंह ने CJI दीपक मिश्रा पर हमला बोला हो. इससे पहले भी उन्होंने CJI दीपक मिश्रा पर सवाल उठाए थे. बता दें, जनवरी में चार जजों के द्वारा जब प्रेस कॉन्फ्रेंस किया गया था तब भी उनके द्वारा चीफ जस्टिस पर निशाना साधा गया था. इस बार उन्होंने सीधे-सीधे चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया दीपक मिश्रा के जजमेंट पर सवाल उठाया है. 

बता दें, भीमाकोरे गांव मामले में सुनवाई करते हुए शुक्रवार को मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की रिहाई से संबंधित याचिका को खारिज करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए कहा कि गिरफ्तारियां राजनीतिक असहमति की वजह से नहीं हुई हैं. इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि सभी आरोपी अगले चार हफ्तों के लिए नजरबंद ही रहेंगे और महाराष्ट्र पुलिस इस पूरे मामले में जांच करेगी.

बता दें, इन पांचों लोगों को नक्सलियों से लिंक होने के मामले पर नजरबंद किया गया है. वहीं सुप्रीम कोर्ट ने इस पूरे मामले पर कहा है कि इसकी जांच होनी चाहिए.. कोर्ट ने ये भी कहा कि आरोपी ये तय नहीं कर सकता हैं कि उसकी जांच SIT करे या फिर कोई और ..

इससे पहले जून में पुणे पुलिस ने रोना विल्सन को सुरेंद्र गडलिंग, सुधीर धावले, सोमा सेन, महेश राउत और राना जैकब को भीमा-कोरेगांव हिंसा मामले में गिरफ्तार किया था. इन लोगों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने रोना विल्सन के लैपटॉप से एक लैटर को बरामद किया था जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या राजीव गांधी स्टाइल में करने का जिक्र किया गया था. 

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Published September 28th, 2018 at 13:31 IST

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