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Updated December 14th, 2018 at 17:17 IST

राजस्थान में बतौर CM अशोक गहलोत का होगा राजतिलक.. भारी गहमा-गहमी के बीच बड़ा फैसला

CM के चेहरे को लेकर राजस्थान में काफी गहम-गहमी के बाद अशोक गहलोत का नाम साफ हो चुका है. राहुल गांधी ने गहलोत के नाम पर मुहर लगाई है.

Reported by: Ayush Sinha
| Image:self
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पांच में से तीन राज्यों में कांग्रेस ने जीत का डंका बजाने के बाद कांग्रेस ने राजस्थान में मुख्यमंत्री पद के नाम पर अपनी मुहर लगा दी है. CM के चेहरे को लेकर राजस्थान में काफी गहम-गहमी के बाद अशोक गहलोत का नाम साफ हो चुका है. राहुल गांधी ने गहलोत के नाम पर मुहर लगाई है. ऐसे में राजस्थान के अब नए मुख्यमंत्री कांग्रेस के दिग्गज नेता और राज्य में दो बार सीएम रह चुके अशोक गहलोत होंगे.

अशोक गहलोत की बतौर सीएम ये तीसरी पारी शुरू होगी. लेकिन इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि ये फैसला काफी खींचतान के बाद ले पाया जा सका है. तभी तो मंगलवार को मिली शानदार जीत के बाद काफी उलझनों से गुजर कर शुक्रवार को कांग्रेस पार्टी ने इसपर मुहर लगाई है. 

कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने राजस्थान में एक बड़ी उलझन को सुलझा दिया है. हर कोई इसके लिए टक-टकी लगाए बैठा था कि आखिर राजस्थान की राजगद्दी के लिए किसका राजतिलक होगा. लेकिन अब सारे संशय दूर हो चुके हैं. 

गहलोत ने इसे लेकर कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और निर्वाचित विधायकों का आभार जताया है.

गहलोत के सियासी सफर पर एक नज़र..

अशोक गहलोत विद्यार्थी जीवन से ही राजनीति और समाजसेवा में सक्रिय रहे हैं. गहलोत पहली बार 7वीं लोकसभा वर्ष 1980 में पहली बार जोधपुर संसदीय क्षेत्र से सांसद चुने गए थे. को जोधपुर लोकभा सीट से ही कुल पांच बार सांसद चुने जा चुके हैं.

कब-कब बने सांसद..

  • 7वीं लोकसभा में 1980-84 तक सांसद रहे..
  • 8वीं लोकसभा में 1984-1989 तक सांसद रहे..
  • 10वीं लोकसभा में 1991-96 तक सांसद रहे..
  • 11वीं लोकसभा में 1996-98 तक सांसद रहे..
  • 12वीं लोकसभा में 1998-1999 तक सांसद रहे.


बतौर मुख्यमंत्री गहलोत का सफर..

सरदारपुरा (जोधपुर) विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित होकर अशोक गहलोत फरवरी, 1999 में 11वीं राजस्‍थान विधानसभा के सदस्‍य बने. और वो प्रदेश के मुख्यमंत्री चुने गए. विधानसभा चुनाव में अपनी छाप बरकरार रखते हुए उन्होंने ने अपनी जीत का सिलसिला 12वीं राजस्‍थान विधानसभा के लिए दोबारा जारी रखा.

13वीं राजस्‍थान विधानसभा विधानसभा चुनाव में उन्होंने एक बार फिर सरदारपुरा विधानसभा क्षेत्र से ही जीत का परचम लहराया और दूसरी बार राजस्थान के मुख्यमंत्री बने..


कब-कब बने केन्‍द्रीय मंत्री..

गहलोत ने इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और पी.वी.नरसिम्‍हा राव के सरकार के दौरान मंत्रीमण्‍डल में बतौर केन्‍द्रीय मंत्री पद का निर्वहन किया. वो कुल तीन बार केंद्रीय मंत्री चुने गए. इन्दिरा गांधी की सरकार में अशोक गहलोत साल 1982 से 1984 तक केंद्रीय पर्यटन और नागरिक उड्डयन उपमंत्री रहे. जिम्मा बदलकर 1984 में ही उन्हें केंद्रीय खेल मंत्री का पदभार दे दिया गया.

इसके बाद राजीव गांधी के नेतृत्व में बनी केंद्र सरकार में उन्हें 1984 से 1985 तक केन्‍द्रीय पर्यटन और नागरिक उड्डयन राज्‍य मंत्री बनाया गया हालांकि इसके बाद उन्हें कपड़ा राज्‍य मंत्री बना दिया गया था. बाद में गहलोत को कपड़ा मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार दे दिया गया था. तीसरी बार गहलोत को 1991 से 1993 तक केंद्रीय मंत्री का दारोमदार सौंपा गया.

गहलोत कब-कब बने राजस्‍थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्‍यक्ष..

  • अशोक गहलोत को 3 बार प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्‍यक्ष बनाया गया
  • पहली बार श्री गहलोत 34 साल की युवा अवस्‍था में ही राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्‍यक्ष चुने गए थे
  • वर्ष 1985 से 1989 तक उन्होंने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद की कुर्सी संभाली
  • 1994 से 1997 तक वो दूसरी बार और 1997 से 1999 तक वो तीसरी बार प्रदेश कांग्रेस कमेट की अध्यक्ष बने रहे

गौरतलब है कि राज्य की 200 में से 199 सीटों के लिए मतदान हुआ था. देर रात तक घोषित परिणामों के अनुसार कांग्रेस ने 99 सीटें जीती. वहीं BJP ने 73 सीटों पर जीत दर्ज की है. BSP ने 6 और अन्य की झोली में 21 सीटें गई है.

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Published December 14th, 2018 at 16:13 IST

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