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Updated June 1st, 2023 at 12:26 IST

चीन में मस्जिद तोड़ने पर बरपा है हंगामा, इस्लाम का झंडा उठाने वाले तुर्किए-पाकिस्तान क्यों हैं खामोश?

Mosque Demolition in China: चीन के यूनान में मस्जिद गिराने की कोशिश पर हंगामा बढ़ गया। पुलिस और लोगों के बीच झड़प भी देखी गई।

Reported by: Kunal Verma
demolition of the mosque in China
demolition of the mosque in China | Image:self
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China Mosque Issue: चीन के यूनान प्रांत में 13वीं सदी की मस्जिद को गिराने की कोशिश का मामला बढ़ता ही जा रहा है। इसको लेकर सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें मस्जिद के बाहर भारी भीड़ देखी गई थी। इस दौरान आमजन और पुलिस के बीच झड़प भी हुई थी।

जान लें कि दक्षिण चीन में स्थित यूनान में मुस्लिम समुदाय का गढ़ है, लेकिन मस्जिद पर इस कार्रवाई को लेकर अभी तक इस्लाम का झंडा उठाने वाले पाकिस्तान, तुर्किए और कतर की तरफ से कोई रिएक्शन नहीं आया है। ऐसे में सवाल उठाए जा रहे हैं कि भारत में कुछ होता है तो ये लोग तुरंत बवाल मचाने लगते हैं, लेकिन चीन ने ऐसी कोई कार्रवाई की तो इन लोगों ने मौन क्यों धारण कर लिया है?

4 मीनारों को तोड़ना चाहती है पुलिस

चीन की शी जिनपिंग सरकार मुस्लिमों के खिलाफ सख्त होती जा रही है। इससे पहले उइगर मुस्लिमों को लेकर भी चीनी सरकार ने कार्रवाई की थी। शनिवार को भी चीनी सरकार ने एक मस्जिद को तोड़ने की कोशिश की, जिसके बाद लोगों ने बवाल मचा दिया और पुलिस अपनी कार्रवाई पूरी नहीं कर सकी। 

जान लें कि पिछले दिनों ही इस मस्जिद के मीनार और गुंबद का निर्माण कराया गया था, जिसे कोर्ट ने अवैध बताया था। अब पुलिस प्रशासन इस मस्जिद के 4 मीनारों को तोड़ना चाहती है। वहीं, दूसरी तरफ भारत के मुद्दों पर बवाल मचाने वाले पाकिस्तान, तुर्किए और कतर खामोश बैठे हैं। चीनी सरकार की इस कार्रवाई पर उनकी बोलती बंद हो गई है।

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पाकिस्तान, तुर्किए और कतर क्यों हैं खामोश?

तुर्किए की बात करें तो यह पहली बार नहीं है जब उसने चीन की किसी कार्रवाई पर आवाज न उठाई हो। इससे पहले भी उइगर मुस्लिमों को लेकर जब चीन ने कार्रवाई की थी, तो तुर्किए खामोश रहा था। 2019 में भी नाटो ने चीन के उइगर मुस्लिमों पर हो रही कार्रवाई के खिलाफ एक ओपन लेटर जारी किया था, लेकिन तुर्किए ने उसपर भी जवाब देने से इनकार कर दिया था।

कतर के भी चीन के साथ अच्छे संबंध रहे हैं। पिछले साल नवंबर में कतर ने चीन के साथ 27 साल के प्राकृतिक गैस आपूर्ति समझौते का ऐलान किया था। इसे दुनिया का सबसे लंबा गैस सप्लाई समझौता भी बताया गया था। वहीं, पाकिस्तान की बात करें तो पाकिस्तान और चीन के चर्चे तो हर मौके पर होते रहे हैं। भारत के खिलाफ दोनों देशों की जुगलबंदी भी सामने आती रही है। ऐसे में पाकिस्तान की खामोशी का अंदाजा तो आसानी से लगाया जा सकता है।

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Published June 1st, 2023 at 12:26 IST

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