Updated January 10th, 2019 at 21:14 IST

शीला दीक्षित को दिल्ली कांग्रेस की कमान मिलने पर कपिल मिश्रा ने CM केजरीवाल को सुनाई खरी-खोटी

दिल्ली कांग्रेस की कमान शीला दीक्षित को मिलने के बाद कपिल मिश्रा ने केजरीवाल पर कई और गंभीर आरोप लगाए हैं. केजरीवाल पर उन्होंने आरोपों का तांता लगा दिया.

Reported by: Ayush Sinha
| Image:self
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दिल्ली कांग्रेस की कमान शीला दीक्षित को मिलने के बाद अरविंद केजरीवाल सरकार में जल मंत्री रहे कपिल मिश्रा ने तीखा हमला बोला है. मिश्रा ने पूर्व सीएम शीला दीक्षित और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दोनों को खरी-खोटी सुनाई है. उन्होंने केजरीवाल पर आरोप लगाया है कि केजरीवाल और शीला दीक्षित दोनों एक साथ मिलकर चुनाव लड़ने जा रहे हैं.

एक वीडियो जारी करते हुए कपिल मिश्रा ने केजरीवाल पर कई तीखे और गंभीर आरोप लगाए हैं. केजरीवाल पर उन्होंने आरोप मढ़ा है कि उन्होंने भ्रष्टाचार की बात की थी वो सारी फाइलें, वो सारे घोटालों की बातें, उनपर वो एकदम चुप्पी साध कर बैठ गए हैं.

देखें, कपिल मिश्रा ने क्या कहा...

''आज शीला दीक्षित जी को दोबारा दिल्ली कांग्रेस का अध्यक्ष बना दिया गया है. उनकी वापसी हो रही है दिल्ली की राजनीति में... लेकिन हमें ये नहीं भूलना चाहिए कि शीला जी की सरकार कैसी सरकार थी. ये सरकार थी कॉमनवेल्थ घोटाले की सरकार, DDC की बसों में भ्रष्टाचार की सरकार, यहां तक कि लाइट खरीदने, खंभे लगाने तक में ऐसे-ऐसे घोटाले सामने आ रहे थे कि दिल्ली की जनता बिल्कुल आजिज आ गई थी. वो भ्रष्टाचार का प्रतीक बन चुकी शीला दीक्षित आज जब वापसी कर रही हैं. तो ऐसा लगने लगा है जैसे कि केजरीवाल से अच्छी सरकार शीला दीक्षित ने चलाई थी. कई लोग तो ये भी कहने लगे हैं कि शीला दीक्षित शायद दिल्ली को आगे बढ़ा रही थीं. इन्फ्रास्ट्रक्चर लेकर आ रही थीं. और अब दिल्ली बिल्कुल ठप हो चुकी है, दिल्ली बिल्कुल स्लम बनती जा रही है. आखिर जो शीला दीक्षित भ्रष्टाचार का प्रतीक बन गई थीं उनकी सम्मानजनक वापसी कैसे संभव हो रही है राजनीति में क्योंकि केजरीवाल जी ने शीला दीक्षित के जितने भी भ्रष्टाचार की बात की थी वो सारी फाइलें, वो सारे घोटालों की बातें, उनपर एकदम चुप्पी साध कर बैठ गएं सरकार में आते ही, एक भी जांच नहीं कराई गई. 370 पेजों की फाइल सभी कार्यकर्ताओं को दिखाई जाती थी वो अचानक पता नहीं कहां चली गई. ना सीबीआई में दी गई, ना पुलिस में दी गई, ना कोर्ट में दी गई. कोई भी जांच कोई भी केस शीला दीक्षित के उपर करने का केजरीवाल जी का मन ही नहीं हुआ.''

इसके साथ ही उन्होंने खुद के मंत्री कार्यकाल का जिक्र करते हुए कहा कि जब मैं जल मंत्री था तो मैंने जल बोर्ड के विजलेंस डिपार्टमेंट से एक जांच रिपोर्ट बनवाई थी दिल्ली जल बोर्ड के टैंकर घोटाले की लेकिन वो जांच रिपोर्ट भी केजरीवाल बिल्कुल दबाकर बैठ गए और आगे उसके उपर कोई कार्रवाई नहीं होने दी. 

कपिल मिश्रा ने कहा, ''आज जब शीला दीक्षित की वापसी हो रही है ऐसा भी लगने लगा है कि केजरीवाल और शीला दीक्षित दोनों एक साथ मिलकर चुनाव लड़ने जा रहे हैं. जन शीला दीक्षित को रोज गाली देते थे उन्ही के साथ मंच पर चढ़कर वोट मांगने की केजरीवाल तैयारी कर रहे हैं.''

उन्होंने कहा कि मैं दिल्लीवालों को ये बताना चाहता हूं कि भ्रष्टाचार से लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है. अगर हमने शीला दीक्षित के भ्रष्टाचार से लड़ा था तो सत्येंद्र जैन और केजरीवाल के भी भ्रष्टाचार से भी लड़ना होगा. जब ये सारे भ्रष्टाचारी एक हो जाएंगे तो भी इन सबसे मिलकर हम लोग को लड़ना होगा.''

बता दें, राजधानी की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को दिल्ली कांग्रेस की कमान संभालने के लिए चुना गया है. दिल्ली के पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने सोशल मीडिया पर इस संशय से पर्दा उठा दिया कि दिल्ली कांग्रेस की कमान शीला दीक्षित के हाथों में सौंपी गई है. माकन ने इसके लिए पूर्व सीएम को बधाई भी दी है.

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गौरतलब है कि बीते 4 जनवरी को माकन ने अपने इस्तीफे की घोषणा की थी अजय माकन के ट्वीट करते हुए राहुल गांधी का आभार जताया था. 

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Published January 10th, 2019 at 20:43 IST

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