Updated January 8th, 2019 at 23:10 IST

राहुल गांधी बताएं कि उन्होंने कब पूर्व फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद से सवाल पूछा था- निर्मला सीतारमण

फ्रांस की मीडिया में आई उस खबर के बाद पैदा हुआ जिसमें पूर्व फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने कहा कि राफेल करार में भारतीय कंपनी का चयन नई दिल्ली के इशारे पर किया गया था.

Reported by: Neeraj Chouhan
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राफेल डील में कथित "भ्रष्टाचार" का आरोप लगाने वाली कांग्रेस लगातार मोदी सरकार को संसद से लेकर सड़क तक घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ रही कोशिश में लगी हुई है. इसी बीच रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने रिपब्लिक टीवी के एडिटर-इन-चीफ अर्नब गोस्वामी को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में विपक्ष के आरोपों पर करारा पटलवार किया.

केंद्रीय मंत्री ने फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के बयान को संबोधित किया जिन्होंने टिप्पणी की थी कि भारत सरकार ने 58,000 करोड़ रुपये के राफेल जेट लड़ाकू सौदे में रिलायंस डिफेंस को डसॉल्ट एविएशन के लिए भागीदार के रूप में नाम सुझाया था. 

जिस पर सीतारमण ने जवाब दिया, "हमने नहीं किया. हमने कोई प्रस्ताव नहीं दिया है.  मैं चीजों को जिम्मेदार ठहराने की इस बहस में शामिल नहीं होना चाहती. सरकार की तरफ से, किसी का कोई सुझाव नहीं आया. बात यह है कि हम देश की राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर बात नहीं कर रहे हैं. "

उन्होंने आगे राहुल गांधी के पूर्व फ्रांस के राष्ट्रपति से कथित मुलाकत को लेकर सवाल उठाए. 

रक्षा मंत्री ने कहा, "मैं मीडिया से अनुरोध करूंगी, आपको कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष को बैठना चाहिए और आपको पूछना चाहिए कि उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति या फ्रांस के वर्तमान राष्ट्रपति से कब सवाल पूछा था. लेकिन उन्होंने इसका खंडन किया."


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 फ्रांस्वा ओलांद ने क्या कहा था

फ्रांस की मीडिया में आई उस खबर के बाद पैदा हुआ जिसमें पूर्व फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने कहा कि राफेल करार में भारतीय कंपनी का चयन नई दिल्ली के इशारे पर किया गया था.

ओलांद ने ‘मीडियापार्ट’नाम की एक फ्रांसीसी खबरिया वेबसाइट से कहा था कि भारत सरकार ने 58,000 करोड़ रुपए के राफेल करार में फ्रांसीसी कंपनी दसाल्ट के भारतीय साझेदार के तौर पर उद्योगपति अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस डिफेंस के नाम का प्रस्ताव दिया था और इसमें फ्रांस के पास कोई विकल्प नहीं था. 
 

राफेल क्या है ?

राफेल अनेक भूमिकाएं निभाने वाला एवं दोहरे इंजन से लैस फ्रांसीसी लड़ाकू विमान है और इसका निर्माण डसॉल्ट एविएशन ने किया है. राफेल विमानों को वैश्विक स्तर पर सर्वाधिक सक्षम लड़ाकू विमान माना जाता है.

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Published January 8th, 2019 at 23:10 IST

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