Updated January 30th, 2019 at 18:43 IST
धर्म संसद में बड़ा ऐलान, '21 फरवरी से होगा राम मंदिर का निर्माण'
शंकराचार्य ने कहा कि मेरा दायित्व है नेतृत्व मैं करूंगा, पहली गोली आएगी तो मुझे लगेगी, पहली लाठी चलेगी तो मुझे लगेगी। गोली भी खानी पड़ी तो खाएंगे।
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सैकड़ों साल पुराने अयोध्या विवाद को लेकर धर्म संसद ने ऐतिहासिक फैसला लेते हुए राम मंदिर के निर्माण के लिए तारीख की घोषणा कर दी है। 21 फरवरी से राम मंदिर का निर्माण होगा. हर कोई टक-टकी लगाए बैठा है कि आखिर मंदिर-मस्जिद विवाद को लेकर देश की सर्वोच्च अदालत का अंतिम फैसला कब आएगा। इस बीच धर्म संसद ने बड़ा ऐलान कर दिया।
जानकारी के मुताबिक 21 फरवरी से राम मंदिर का निर्माण होगा। धर्म संसद में बड़ा फैसला लेते हुए ये फैसला हुआ है कि आगामी 21 फरवरी को सभी साधू-संत राम मंदिर के लिए अयोध्या का रुख करेंगे।
धर्मगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरुपानंनद सरस्वती ने बुधवार को ही रिपब्लिक टीवी से खास बात करते हुए कहा था कि राम मंदिर बनाने के लिए तारीख का ऐलान किया जाएगा। ऐसे में धर्म संसद में बड़ा फैसला लेते हुए तारीख निर्धारित हो गई है।
केंद्र सरकार पर तीखी टिप्पणी करते हुए शंकराचार्य ने कहा, ''पहले कहते थे राम लला हम आएंगे मंदिर वहीं बनाएंगे, फिर सरकार बनी तो कहने लगे कि राम लला हम आएंगे मंदिर कहीं बनाएंगे, अब कहते हैंराम लला हम आएंगे मंदिर नहीं बनाएंगे।"
धर्म संसद में कहा गया कि आज फिर से इतिहास कायम हुआ है. शंकराचार्य ने कहा कि मेरा दायित्व है नेतृत्व मैं करूंगा, पहली गोली आएगी तो मुझे लगेगी, पहली लाठी चलेगी तो मुझे लगेगी। गोली भी खानी पड़ी तो खाएंगे। उन्होंने कहा कि जया, भद्रा, नंदा और पूर्णा- 4 शिलाओं के साथ शिलान्यास तैयारी की गई है।
हर कोई सवाल करता है कि आखिर मंदिर-मस्जिद विवाद को लेकर देश की सर्वोच्च अदालत का अंतिम फैसला कब आएगा। हर किसी को इस फैसले का बड़ी ही बेसब्री से इंतजार है क्योंकि हर कोई जानना चाहता है कि फैसले का झुकाव आखिरकार किसकी ओर होगा? लेकिन इन सभी असमंजस के बीच धर्म संसद ने शिलान्यास का ऐलान कर दिया।
अन्य सभी पर तंज कसते हुए धर्म संसद में कहा गया कि गली-गली में धर्म संसद बन गई। धर्म संसद बुलाने का अधिकार धर्माचार्य शंकराचार्य को है। हम सुप्रीम कोर्ट का भी आदर करते हैं, प्रधानमंत्री का भी आदर करते हैं, देश के कानून का भी आदर करते हैं।
शंकराचार्य ने कहा कि चार शिलाएं लेकर चलो, जब मारे जाओ-पीटे जाओ तो भगवान राम के लिए मार सह लो, वो मार नहीं भगवान राम का आशीर्वाद है। सनातन धर्म के वीर कहलाओगे।
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उन्होंने कहा क हमें सभी का समर्थन चाहिए, पत्रकारों का समर्थन चाहिए। मैं देख रहा हूं कि यहां पत्रकार हमारा पूरी तरह समर्थन कर रहे हैं। इसके साथ ही RSS पर हमला बोलते हुए धर्म संसद में कहा गया कि सनातन धर्म का नेतृत्व राष्ट्रीय स्वयं संघ नहीं करता, हमारे धर्माचार्य करते हैं।
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Published January 30th, 2019 at 18:32 IST