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Updated March 11th, 2019 at 15:28 IST

रमज़ान में चुनाव को लेकर BJP की दो टूक- "विपक्ष को कोई काम नहीं, बेवजह ऐसे मुद्दों को तूल दे रहा है"

भाजपा ने सोमवार को कहा कि तृणमूल और आप ने काम नहीं किया है, ऐसे में धार्मिक विषयों पर सियासत की इजाजत नहीं दी जा सकती है।

Reported by: Neeraj Chouhan
| Image:self
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दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के सबसे बड़े त्यौहार यानि लोकसभा चुनाव का बिगुल फूंक चूक है। यानि भारत के निर्वाचन आयोग ने चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। आयोग ने 11 अप्रैल से सात चरणों में आम चुनावों की घोषणा की है। इसके साथ ही पवित्र माह रमजान का भी महीना 5 मई से शुरु होने वाला है और जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव ना होने का मुद्दा छाया रहा है। कांग्रेस समेत कुछ विपक्षी दलों ने चुनाव की तारीख को लेकर सवाल खड़े किए हैं। जिस पर अब बीजेपी की प्रतिक्रिया आई है।

 भाजपा ने सोमवार को कहा कि तृणमूल और आप ने काम नहीं किया है, ऐसे में धार्मिक विषयों पर सियासत की इजाजत नहीं दी जा सकती है।

उन्होंने कहा कि इस प्रकार से बहुत से लोग रोजा रखते हुए मजदूरी करते हैं । हुसैन ने कहा कि ऐसा नहीं है कि पहली बार रमज़ान के दौरान चुनाव हो रहे हों, पहले भी रमजान के दौरान चुनाव हुए हैं । ऐसे में इस विषय पर कोई विवाद नहीं होना चाहिए । यह धार्मिक कर्तव्य है । बहुत से लोग व्रत रखकर काम करते हैं ।

उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस, आम आदमी पार्टी ने कोई काम नहीं किया है, ऐसे में वे ऐसे मुद्दे उठा रहे हैं । धार्मिक विषयों पर सियासत की इजाजत नहीं दी जा सकती है ।

TMC ने रमजान का दिया हवाला

गौरतलब है कि तृणमूल कांग्रेस नेता और कोलकाता नगर निगम के मेयर फरहाद हकीम ने कहा है कि चुनाव आयोग ने रमजान के वक्त चुनाव की तारीखें रखी हैं, ताकि अल्पसंख्यक वर्ग वोट न डाल सके । उन्होंने कहा था कि रमजान में चुनाव होने की वजह से लोगों को वोट डालने में दिक्कत होगी ।

उन्होंने आगे कहा कि इन 3 राज्यों में अल्पसंख्यक आबादी काफी अधिक है। वे 'रोजा' रखकर वोट डालेंगे। EC को इसे ध्यान में रखना चाहिए था। बीजेपी चाहती है कि अल्पसंख्यक अपना वोट न डालें। लेकिन हम चिंतित नहीं हैं। लोग 'बीजेपी हटो-देश बचाओ' के लिए प्रतिबद्ध हैं।

 सीपीएम  ने चुनाव आयोग से की अपील

 सीपीएम के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि यह चुनाव आयोग का संवैधानिक अधिकार है और जब चाहें तब चुनाव कराए और ऐसा कराने का उसे पूरा अधिकार है। लेकिन उन्हें यह भी ध्यान में रखना चाहिए कि रमजान की तारिख भी चुनाव से  टकरा रही हैं। हम इस मुद्दे को देखेंगे और चुनाव आयोग से अनुरोध करेगा।

असदुद्दीन ओवैसी आए समर्थन में...

वहीं AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने चुनाव की तारीखों का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को बेवजह तूल देने की कोशिश हो रही है।

चुनाव आयोग की घोषणा के अनुसार पश्चिम बंगाल में सात चरणों में चुनाव होंगे । इसी बीच 5 मई से 4 जून के बीच रमजान पड़ रहा है ।

दिल्ली में आम आदमी पार्टी के ओखला विधानसभा सीट से विधायक अमानतुल्ला खान ने भी रमजान के दौरान वोटिंग पर सवाल उठाए हैं । उन्होंने इसका सीधा फायदा भाजपा को मिलने का दावा किया है । अमानतुल्ला ने इस संबंध में ट्वीट करते हुए लिखा, '12 मई का दिन होगा दिल्ली में रमजान होगा मुसलमान वोट कम करेगा इसका सीधा फायदा बीजेपी को होगा ।'

 

 

 

 

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Published March 11th, 2019 at 15:28 IST

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