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Updated September 23rd, 2021 at 09:38 IST

महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध मौत मामला: कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह बोले- 'सुसाइड नोट की हो गहन जांच'

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद (ABAP) के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि (Narendra Giri) की संदिग्ध मौत का मामला अभी तक सुलझा नहीं है।

Reported by: Dalchand Kumar
PIC Credit- PTI
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अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद (ABAP) के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि (Narendra Giri) की संदिग्ध मौत का मामला अभी तक सुलझा नहीं है। मामले में अभी तक पुलिस और एसआईटी (SIT) की जांच सिर्फ महंत नरेंद्र गिरि के शिष्य आनंद गिरि (Anand Giri) के आसपास घूमती दिखाई पड़ी है। महंत नरेंद्र गिरि ने खुदकुशी की या उनकी हत्या हुई, इसका पता लगाने के लिए जांच अब सीबीआई (CBI) करेगी। इस बीच कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह (Digvijaya Sing) ने बरामद 'सुसाइड नोट' की गहन जांच कराने का आग्रह किया है।

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कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने बुधवार को महंत नरेंद्र गिरि की मौत पर शोक व्यक्त किया। इस दौरान मीडिया से बातचीत में दिग्विजय सिंह ने उत्तर प्रदेश सरकार से बरामद सुसाइड नोट की गहन जांच करने का आग्रह किया। सीहोर में मीडिया से बात करते हुए दिग्विजय सिंह ने मामले में विस्तृत जांच की आवश्यकता पर जोर दिया। महंत नरेंद्र गिरि की मौत के बाद मिले 'सुसाइड लेटर' पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि पत्र में आनंद गिरी के नाम सहित कुछ गंभीर आरोप लगाए गए हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि इन आरोपों की जांच की जरूरत है।

दिग्विजय सिंह ने आगे कहा, 'नरेंद्र गिरी ने आत्महत्या की ऐसा बताया जाता है। उन्होंने जो बातें सुसाइड नोट में लिखी हैं वह चिंता की बात है। जिस प्रकार मठ, मंदिरों में पैसों का दुरुपयोग होता है, संपत्ति बेचने, खरीदने में भ्रष्टाचार होता है, वह चिंता का विषय है।'

सुसाइड नोट में शिष्य आनंद गिरी का नाम

बता दें कि सोमवार शाम श्री मठ बाघम्बरी गद्दी के गेस्ट हाउस स्थित कमरे में महंत नरेंद्र गिरि मृत पाए गए थे। रस्सी से बनाए गए फंदे से महंत नरेंद्र गिरि लटके हुए मिले थे। घटनास्थल से एक 'सुसाइड नोट' भी मिला था, जिसमें महंत नरेंद्र गिरि के एक प्रमुख शिष्य आनंद गिरी सहित संत के तीन शिष्यों का नाम था। आनंद गिरी ने इसे महंत नरेंद्र गिरी से पैसे वसूलने की कोशिश करने की साजिश करार दिया। हालांकि मंगलवार को आनंद गिरी को पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया। फिलहाल आरोपी आनंद गिरि और आद्या तिवारी को बुधवार को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

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यूपी सरकार ने की CBI जांच की सिफारिश

उधर, महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध मौत के मामले में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश पर गृह विभाग ने सीबीआई से जांच कराने की सिफारिश की है। गृह विभाग के अनुसार, 'प्रयागराज में अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत गिरि जी की दुखद मृत्यु से जुड़े प्रकरण की मुख्यमंत्री के आदेश पर सीबीआई से जांच कराने की संस्तुति की गई। इससे पहले बुधवार को महंत नरेंद्र गिरि का पोस्टमार्टम पांच डॉक्टरों की टीम ने दो घंटे तक किया। शुरुआती पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दम घुटने से मौत होने की पुष्टि हुई।

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Published September 23rd, 2021 at 09:32 IST

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