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Updated September 16th, 2018 at 09:58 IST

चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने किया राजनीति में एंट्री का ऐलान, थामेंगे JDU का 'दामन'

इससे पहले उन्होंने यह ऐलान किया था कि वो वह आने वाले 201 9 के आम चुनावों में किसी भी राजनीतिक दल का हिस्सा नहीं होंगे

Reported by: Neeraj Chouhan
| Image:self
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सियासी जोड़तोड़ के महारथी माने जाने वाले प्रशांत किशोर रविवार को जेडीयू का दामन थाम सकते हैं. सूत्रों के मुताबिक आज वो पटना में जनता दल यूनाइटेड की राज्य कार्यकारिणी की बैठक में नीतीश कुमार की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ले सकते हैं. 
 
सूत्रों ने आगे कहा कि प्रशांत किशोर को पार्टी में अहम जिम्मेदारी मिल सकता है, यहीं नहीं वो बिहार की एनडीए सरकार का हिस्सा भी हो सकते हैं. प्रशांत किशोर ने शनिवार शाम को ट्वीट करते हुए राजनीति में एंट्री लेने की घोषण की.

उन्होंने अपने अधिकारिक ट्विटर से ट्वीट करते हुए कहा कि बिहार से मैं अपनी नया सफर शुरू करने के लिए उत्साहित हूं. 


इससे पहले उन्होंने यह ऐलान किया था कि वो वह आने वाले 201 9 के आम चुनावों में किसी भी राजनीतिक दल का हिस्सा नहीं होंगे, क्योंकि वह जमीनी स्तर पर लौटने और लोगों के साथ काम करने की योजना बना रहे हैं. यन स्कूल ऑफ बिजनेस (आईएसबी) लीडरशिप शिखर सम्मेलन में एक कार्यक्रम में पहली बार सार्वजनिक बातचीत में हर मुद्दे पर अपनी बेवाक राय रखी, किशोर ने कहा, "मैं  201 9 चुनाव अभियान का हिस्सा नहीं बनूंगा ."
 

बता दें, प्रशांत किशोर उस वक्त सुर्खियों में आए थे जब उन्होंने 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 'मोदी लहर' पर सवार कर सत्ता दिलाई थी. जिसके बाद सियासी गलियों में प्रशांत किशोर का लोहा माने जाने लगा और 2015 में बिहार में जेडीयू , आरडेडी और कांग्रेस के महागठबंधन का अहम सूत्रधार बनें और उन्होंने बिहार में बढ़ी बढ़त के साथ सत्ता दिलाई. जिसके बाद उन्होंने साल 2017 में कांग्रेस के लिए देश के सबसे बड़े सूब उत्तर प्रदेश रणनीति बनाई. हालांकि कई मौकों पर यहां कांग्रेस के साथ उनके मतभेद सामने आए और यहां प्रशांत किशोर को वो कामयाबी नहीं मिल पाई, जिसके लिए वो जाने जाते हैं.

लेकिन ऐसे समय में वो बिहार की राजनीति में एंट्री ले रहे हैं जब लोकसभा चुनाव सर पर हैं.  2015 की बिहार की राजनीति और अब की राजनीति समीकरणों में काफी बदलाव आ गया है. 

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Published September 16th, 2018 at 09:58 IST

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