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Updated August 13th, 2022 at 13:42 IST

बिट्टा कराटे की पत्नी और सलाहुद्दीन के बेटे पर जम्मू-कश्मीर सरकार ने की बड़ी कार्रवाई, आतंक के खिलाफ एक्शन में किया बर्खास्त

जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने जेकेएलएफ के आतंकवादी बिट्टा कराटे की पत्नी असबाह अर्जुमंद खान और हिजबुल मुजाहिदीन के सैयद सलाहुद्दीन के बेटे पर जम्मू-कश्मीर सरकार ने बड़ी कार्रवाई की।

Reported by: Kanak Kumari
(PTI)
(PTI) | Image:self
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जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने जेकेएलएफ (Jammu Kashmir Liberation Front) के आतंकवादी बिट्टा कराटे की पत्नी असबाह अर्जुमंद खान और हिजबुल मुजाहिदीन के सैयद सलाहुद्दीन के बेटे पर जम्मू-कश्मीर की सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है। दरअसल एलजी मनोज सिन्हा के निर्देश पर जम्मू-कश्मीर की प्रशासन ने बिट्टा कराटे की पत्नी, सलाहुद्दीन के बेटे समेत चार सरकारी कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है। बता दें, इन पर 1990 के दशक में कश्मीरी पंडितों के पलायन के साथ-साथ आतंकी आरोप भी लगे हैं। बिट्टा कराटे की पत्नी और सलाहुद्दीन के बेटे के अलावा अन्य दो आरोपी में एक सहायक प्रोफेसर भी शामिल हैं जो एलईटी के पूर्व आतंकवादी और कश्मीर विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक थे।

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मामले में जम्मू-कश्मीर की सरकार ने कहा कि इन चारों आरोपियों को भारतीय संविधान के अनुच्छेद 311 के तहत राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के लिए सेवाओं से बर्खास्त कर दिया गया है। अनुच्छेद 311 का कानून में संघ या राज्य के तहत सिविल क्षमताओं में नियोजित व्यक्ति को बर्खास्त करने का प्रावधान है।

बिट्टा कराटे की पत्नी और अन्य के खिलाफ लगे ये आरोप

आधिकारिक रिलीज के अनुसार, इन चारों कर्मचारियों की गतिविधियां कानून प्रवर्तन और खुफिया एजेंसियों के प्रतिकूल नोटिस में आई थीं। दरअसल इन्हें राज्य के हित और सुरक्षा के प्रतिकूल गतिविधियों में शामिल पाया गया था। इनपुट, रिकॉर्ड और संज्ञेय सामग्री की जांच के लिए 30 जुलाई, 2020 को गठित एक समिति ने चारों आरोपियों को बर्खास्त करने की सिफारिश की। इनमें शामिल हैं-

  1. डॉ. मुहीत अहमद भट, वैज्ञानिक-डी, कंप्यूटर विज्ञान के स्नातकोत्तर विभाग, कश्मीर विश्वविद्यालय: पाकिस्तान और उसके प्रॉक्सी के कार्यक्रम और एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए छात्रों को कट्टरपंथी बनाकर कश्मीर विश्वविद्यालय में अलगाववादी-आतंकवादी एजेंडे के प्रचार में शामिल पाए गए।
  2. माजिद हुसैन कादरी, वरिष्ठ सहायक प्रोफेसर, प्रबंधन अध्ययन विभाग, कश्मीर विश्वविद्यालय: लश्कर-ए-तैयबा सहित आतंकी संगठनों के साथ लंबे समय से जुए हैं। कादरी पर पहले सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था और आतंकवाद से संबंधित विभिन्न मामलों से संबंधित धारा 302, 307, और 427, 7/27 आरपीसी के तहत कई प्राथमिकी दर्ज की गई।
  3. सैयद अब्दुल मुईद, प्रबंधक, आईटी, जेकेईडीआई: पंपोर के सेम्पोरा में जेकेईडीआई परिसर पर तीन आतंकवादी हमलों में भूमिका मिली, और संस्थान में उनकी उपस्थिति ने अलगाववादी ताकतों के साथ सहानुभूति बढ़ाई।
  4. असबाह-उल-अर्जमंद खान, जेकेएएस, डीपीओ, प्रचार, ग्रामीण विकास निदेशालय, कश्मीर: पासपोर्ट मांगने के लिए झूठी जानकारी देने में शामिल पाई गईं। विदेशी लोगों के साथ संबंध मिले, जिन्हें भारतीय सुरक्षा और खुफिया ने आईएसआई के पेरोल पर होने के लिए अनुक्रमित किया गया है। जम्मू-कश्मीर में भारत विरोधी गतिविधियों के फंडिंग के लिए पैसों की खेप लाने में भी उनकी संलिप्तता बताई गई है।

बता दें, बिट्टा कराटे की पत्नी, असबाह खान ने एक बार बताया था कि आतंकवादी से शादी करना उनके लिए एक 'सम्मान' था। असबाह उस आतंकी की बात कर रही थीं, जिसने सार्वजनिक रूप से कई कश्मीरी पंडितों की हत्या करने की बात स्वीकार की थी। 1991 में एक इंटरव्यू के दौरान कराटे ने कहा कि उन्होंने '20 से अधिक कश्मीरी पंडितों' या 'शायद 30-40 से अधिक' को मार डाला। उसने यह भी स्वीकारा कि कश्मीरी पंडित सतीश टिक्कू सबसे पहला शख्स था जिसकी हत्या उसने की थी।

असबाह खान  1999 में कश्मीर विश्वविद्यालय से जन संचार और पत्रकारिता में एमए की डिग्री हासिल की थी। वो 2007 तक कृषि विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में एक संपादक के रूप में काम कीं। 2009 में, उन्होंने कश्मीर प्रशासनिक सेवा (केएएस) परीक्षा में सफलता हासिल की और फिर वो सामान्य प्रशासनिक विभाग में काम करने लगी। उसने 2011 में आतंकी कराटे बिट्टा से शादी की थी।

बता दें, कराटे के खिलाफ केस की कार्यवाही मार्च 2022 में सतीश टिक्कू के परिवार द्वारा दायर एक याचिका पर शुरू हुई। ये सुनवाई  31 साल के लंबे इंतजार के बाद शुरू हुई है। वकील उत्सव बैंस ने परिवार की ओर से फारूक अहमद डार उर्फ बिट्टा कराटे के खिलाफ आपराधिक आवेदन दायर किया, जो इस समय श्रीनगर सत्र अदालत के जेल में बंद है।

2019 में NIA ने कराटे बिट्टा को आतंकी फंडिंग के मामले में गिरफ्तार किया था। एजेंसी ने बिट्टा कराटे, सैयद सलाहुद्दीन और अन्य पर "सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने की साजिश" और पुलवामा हमले के बाद कश्मीर घाटी में तनाव पैदा करने का आरोप लगाया।

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Published August 13th, 2022 at 13:42 IST

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