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Updated March 8th, 2019 at 13:02 IST

अयोध्या विवाद: मायवती ने मध्यस्थता पर सर्वोच्च अदालत के फैसले का किया स्वागत

कोर्ट के फैसले के बाद हर कोई अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दे रहा है। ऐसे में AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी और केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने भी अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दी है।

Reported by: Ayush Sinha
| Image:self
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अयोध्या में राम जन्म भूमि पर राम मंदिर बनाने को लेकर देश के हर महकमे में हलचल बढ़ती जा रही है। हर किसी को इस फैसले का बड़ी ही बेसब्री से इंतजार है क्योंकि हर कोई जानना चाहता है कि फाइनल फैसले का झुकाव आखिरकार किसकी ओर होगा? इस बीच देश की सर्वोच्च ने मंदिर-मस्जिद विवाद के निपटारे के लिए मध्यस्थता का फैसला सुनाया है।

मध्यस्थता के लिए तीन सदस्यीय पैनल में जस्टिस इब्राहिम कलीफुल्लाह, श्री श्री रविशंकर और श्रीराम पंचू शामिल किए गए हैं। जस्टिस कलीफुल्लाह इस पैनल की अध्यक्षता करेंगे। 

सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद सियासी गलियारों के अलग-अलग खेमे से प्रतिक्रिया सामने आ रही है। इस बीच बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है और कोर्ट के फैसले का स्वागत किया है।

मातावती ने अपने ट्वीट में लिखा, ''अयोध्या मामले का सभी पक्षों को स्वीकार्य तौर पर निपटारे के लिये माननीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा फैज़ाबाद में बंद कमरे में बैठकर मध्यस्थता कराने का जो आदेश आज पारित किया है वह नेक नीयत पर आधारित ईमानदार प्रयास लगता है, इसलिये बीएसपी उसका स्वागत करती है।''

सैकड़ों साल पुराना वो केस जिस पर पूरे देश की निगाहें टिकी हैं। हर कोई टक-टकी लगाए बैठा है कि आखिर मंदिर-मस्जिद विवाद को लेकर सुप्रीम कोर्ट का अंतिम फैसला कब आएगा। कोर्ट ने मध्यस्थता के लिए 3 सदस्यीय पैनल का गठन किया है।

गौरतलब है कि मध्यस्थता के फैसले में अदालत ने अयोध्या मामले में मध्यस्थता की कार्यवाही की रिपोर्टिंग करने से मीडिया पर रोक लगाई है। इसके साथ ही कोर्ट ने अयोध्या मामले में मध्यस्थता की कार्यवाही बंद कमरे में करने का निर्देश दिया है। 

इसके अलावा राम मंदिर और बाबरी मस्जिद पर मध्यस्थता के लिए बनाए गए तीन सदस्यीय पैनल में जस्टिस इब्राहिम खलीफुल्लाह, श्री श्री रविशंकर और श्रीराम पंचू शामिल किए गए हैं। इस पैनल की अध्यक्षता जस्टिस खलीफुल्लाह करेंगे। फैसले के मुताबिक मध्यस्थता की मीडिया कवरेज नहीं होगी, जबकि रिकॉर्डिंग की जाएगी। इस पैनल को 8 हफ्ते में पूरी रिपोर्ट देनी होगी... इसके अलावा 4 हफ्ते में प्रोग्रेस बताना होगा।

इसे भी पढ़ें - अयोध्या विवाद पर कोर्ट का सुप्रीम आदेश, यहां पढ़ें- फैसले की 10 बड़ी बातें

सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद हर कोई अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दे रहा है। ऐसे में AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी और केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने भी अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दी है। इस दौरान ओवैसी ने पैनल में श्री श्री रविशंकर को शामिल किए जाने पर सवाल खड़ा कर दिया। वहीं उमा भारती ने कहा कि मैं सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करती हूं, राम का नाम ही हमारी पहचान है।

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Published March 8th, 2019 at 12:55 IST

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