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Updated February 15th, 2019 at 07:02 IST

जम्मू कश्मीर पुलिस ने पुलवामा हमले से दो दिन पहले ट्वीटर पर जैश की धमकी साझा की थी

बता दें, जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकवादी हमले में बृहस्पतिवार को सीआरपीएफ के 37 जवान शहीद हो गये। हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद ने ली है

Reported by: Neeraj Chouhan
| Image:self
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जम्मू कश्मीर पुलिस ने दो दिन पहले एक निजी ट्वीटर एकाउंट पर अपलोड की गई खुफिया सूचना सभी सुरक्षा एजेंसियों के साथ साझा की थी जिसमें पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद ने सुरक्षा बलों पर आत्मघाती हमला करने की धमकी दी थी।

अधिकारियों ने बताया कि जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में बृहस्पतिवार को जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकवादी ने विस्फोटकों से लदे वाहन से सीआरपीएफ जवानों की बस को टक्कर मार दी, जिसमें कम से कम 37 जवान शहीद हो गये और कई गंभीर रूप से घायल हो गये।

राज्य पुलिस द्वारा जारी खुफिया जानकारी ट्वीटर हैंडल से जुड़ा था जिसमें 33 सकेंड के एक वीडियो में आतंकवादी सोमालिया में जवानों पर हमला करते हुये नजर आ रहे हैं। वीडियो में जिस तरीके से हमला किया गया है उसी तरीके से बृहस्पतिवार को दक्षिण कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों को लेकर जा रही एक बस पर हमला किया गया।

यह भी पढ़ें - जम्मू-कश्मीर : पुलवामा में CRPF के काफिले पर फिदायीन हमले में 40 जवान शहीद , पीएम मोदी ने कहा व्यर्थ नहीं जाएगा बलिदान

बता दें, जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकवादी हमले में बृहस्पतिवार को सीआरपीएफ के 37 जवान शहीद हो गये। हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद ने ली है जैश ए मोहम्मद ने हमले की जिम्मेदारी लेते हुए दावा किया है कि फियादीन हमला करने वाले आतंकी का नाम आदिल अहमद है। फियादीन हमले के बाद आतंकियों ने ताबड़तोड़ गोलियां भी बरसाईं।  हमले के समय केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 2,500 से अधिक जवान घाटी में अपनी ड्यूटी ज्वाइन करने के लिए लौट रहे थे। इनमें से ज्यादातर छुट्टियों के बाद वापस लौट रहे थे।

ये जवान 78 वाहनों के काफिले में लौट रहे थे कि इसी दौरान दक्षिण कश्मीर के अवंतीपुरा में श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग पर यह हमला हुआ।

वहीं दूसरी तरफ गृह मंत्रालय स्थिति पर कड़ी नजर रख रहा है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता वाली मंत्रिमंडल की सुरक्षा मामलों की समिति की कल सुबह बैठक होगी जिसमें जम्मू कश्मीर की सुरक्षा स्थिति के बारे में विचार किया जाएगा। इस समिति में गृह मंत्री, रक्षा मंत्री, विदेश मंत्री और वित्त मंत्री शामिल हैं।

 

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Published February 15th, 2019 at 07:00 IST

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