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Updated June 22nd, 2021 at 20:58 IST

डेल्टा प्लस वैरिएंट: स्वास्थ्य मंत्रालय का महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और केरल को खत, कोरोना को लेकर तैयार रहने का आदेश

स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी है कि डेल्टा वैरिएंट इस समय 80 देशों में है।  डेल्टा प्लस वैरिएंट नौ देशों में पाए गए हैं।

Reported by: Digital Desk
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91 दिन के बाद देश ने कोरोना के मामले को लेकर राहत की सांस ली है।  आज साल में सबसे कम 42 हजार कोरोना के मामले सामने आए हैं यानी ये माना जा सकता है कि दूसरी लहर का कहर अब अपनी अंतिम सांसे गिन रहा है। लेकिन इस राहत की खबर के साथ खतरे की एक घंटी अभी से बजने लग गई है।  बहरूपिया कोरोना ने फिर से अपना रूप बदल लिया है। और इस बार पहले से ज्यादा मजबूत होकर लौटा है।
स्वास्थ्य मंत्रालय की माने तो देश में डेल्टा प्लस वैरिएंट के 22 मामले हैं।  मंत्रालय ने इसे लेकर महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और केरल को खत भी लिखा है।  

स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी है कि डेल्टा वैरिएंट इस समय 80 देशों में है।  डेल्टा प्लस वैरिएंट नौ देशों में पाए गए हैं।  अमेरिका, ब्रिटेन, पुर्तगाल, स्विट्जरलैंड, चीन, नेपाल, रूस और जापान में भी डेल्टा प्लस वैरिएंट मिले हैं।  लेकिन अब सवाल उठता है कि आखिर कोरोना का ये डेल्टा प्लस वेरिएंट है क्या डॉक्टरों की माने तो यह वेरिएंट 


डेल्टा और अल्फा वेरिएंट से ज्यादा संक्रामक है यानी यह तेजी से फैलेगा। मध्य प्रदेश के बाद महाराष्ट्र और केरल में भी इससे संक्रमण के कुछ मामले सामने आए हैं। डेल्टा प्लस वेरिएंट के बारे में जो खतरनाक चीज सामने आ रही है, वह यह है कि इस पर मोनोक्लोनल एंटीबॉडी कॉकटेल ट्रीटमेंट का ज्यादा असर नहीं दिख रहा है। शुरुआती डेटा बता रहे हैं कि कोरोना वायरस संक्रमण के गंभीर मरीजों में बहुत ही कारगर रहा एंटीबॉडी कॉकटेल इस पर उतना कारगर नहीं दिख रहा है। 

हांलाकि वैज्ञानिक जीनोम सीक्वेंसिंग के जरिए लगातार इस वेरिएंट पर नजर बनाए हुए हैं और जल्द ही डेल्टा प्लस वेरिएंट को लेकर कुछ और जानकारी सामने आ सकती है। दूसरी लहर के रफ्तार के कम होने के बाद देश में ये देखा जा रहा है कि लोग कई इलाकों फिर से लापरवाही बरतने लगे हैं। जबकि तीसरी लहर आने की सुगबुगाहट शुरु हो चुकी है। आपको बता दें कि देश में दूसरी लहर के लिए कोरोना के डेल्टा वेरिएंट को ही जिम्मेदार माना जाता है। और डेल्टा प्लस इससे भी खतरनाक माना जा रहा है।  इसलिए सावधानी ही बचाव है।  मास्क और दो गज की दूरी बहुत है जरुरी। 


 

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Published June 22nd, 2021 at 20:51 IST

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