Updated January 14th, 2019 at 16:54 IST
JNU देशद्रोह मामला: कन्हैया कुमार, उमर खालिद सहित इन लोगों की बढ़ी मुश्किलें, सामने आई दिल्ली पुलिस की चार्जशीट
सूत्र ने कहा कि उन्हें जेएनयू के वीडियो फुटेज की सीएफएसएल रिपोर्ट मिली है, जिसमें छात्रों को भारत विरोधी नारे लगाते हुए देखा गया था.
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देश की नामचीन विश्वविद्यालयों में शुमार जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में करीब तीन साल पहले कथित देशविरोधी नारे वाले मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल पटियाला हाउस कोर्ट में चार्जशीट कर दी है. लेकिन इसी बीच चार्जशीट से जुड़ी कई महत्वपूर्ण बातें सामने आई हैं. पुलिस ने अपनी चार्जशीट में पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार, जेएनयू छात्र उमर खालिद, अर्निबन भट्टाचार्य और अन्य लोगों को आरोपी बनाया है.
उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार, कन्हैया कुमार, उमर खालिद, अर्निबन भट्टाचार्य सहित सात कश्मीरी युवकों को मामले में आरोपी बनाया गया है. जांच से जुड़े एक पुलिस सूत्र ने कहा कि ड्राफ्ट चार्जशीट अभियोजन विभाग और कानूनी को भेज दिया गया है. इस पर राय ली जा रही है.
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सूत्र ने कहा कि उन्हें जेएनयू के वीडियो फुटेज की सीएफएसएल रिपोर्ट मिली है, जिसमें छात्रों को भारत विरोधी नारे लगाते हुए देखा गया था. फुटेज को सीबीआई के सीएफएसएल लैब भेजा गया था. जिसने रिपोर्ट तैयार की और स्पेशल सेल को भेज दी. सूत्र ने दावा किया कि वीडियो की रिपोर्ट सकारात्मक है.
आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 124ए (राजद्रोह), 323 (किसी को चोट पहुंचाने के लिए सजा), 465 (जालसाजी के लिए सजा), 471 (फर्जी दस्तावेज या इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड को वास्तविक के तौर पर इस्तेमाल करना), 143 (गैरकानूनी तरीके से एकत्र समूह का सदस्य होने के लिए सजा), 149 (गैरकानूनी तरीके से एकत्र समूह का सदस्य होना), 147 (दंगा फैलाने के लिए सजा) और 120बी (आपराधिक षड्यंत्र) के तहत आरोप लगाए गए हैं.
सूत्र ने कहा, "इस मामले में हमने कुछ छात्र नेताओं और जेएनयू के सुरक्षा गार्डों को गवाह बनाया है. हमने अपनी जांच में लगभग 30 लोगों को संदिग्ध पाया था, लेकिन हमारे पास उनके खिलाफ जांच बढ़ने के सबूत नहीं थे."
क्या था मामला?
आज से तकरीबन तीन साल पहले 9 फरवरी 2016 को, JNU परिसर में अफजल गुरु और मकबूल भट की फांसी के खिलाफ गुस्सा दिखाने के लिए एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था. कार्यक्रम के दौरान छात्रों ने कथित तौर पर भारत विरोधी नारे लगाए थे. इस संबंध में एक मामला वसंत कुंज (उत्तर) पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया है, बाद में यह मामला दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल को ट्रांसफर कर दिया गया था. इस मामले में कन्हैया कुमार और अन्य को गिरफ्तार किया गया था लेकिन बाद में दिल्ली उच्च न्यायालय से उन्हें जमानत मिल गई थी.
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Published January 14th, 2019 at 14:32 IST
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