Advertisement

Updated June 3rd, 2023 at 14:33 IST

Balasore Train Accident: हादसे पर भी राजनीति; इशारों में ममता-अधीर रंजन ने सरकार पर साधा निशाना

लगता है कि बालासोर रेल हादसे पर भी राजनीति शुरू हो गई है।

Reported by: Ankur Shrivastava
Balasore Train Accident
Balasore Train Accident | Image:self
Advertisement

Balasore Train Accident: लगता है कि बालासोर रेल हादसे पर भी राजनीति शुरू हो गई है। हादसे के दूसरे दिन पश्चिम बंगाल की मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी मौके पर पहुंची हैं। सीधे सीधे तो नहीं मगर ममता ने इशारों में सरकार पर तंज कसा और सवाल उठाए। उन्होंने कहा- 'यह अब तक का सबसे बड़ा रेल हादसा है। ऐसा ही हादसा 1981 में भी हुआ था। इस ट्रेन में एंटी कोलिशन डिवाइस नहीं था, अगर वह होता तो यह हादसा नहीं होता।' 

ममता बनर्जी ने कहा- हमारे राज्य के जिन लोगों की हादसे में मृत्यु हो गई उनके परिजनों को हम 5-5 लाख रुपए देंगे। हम राहत और बचाव कार्य में राज्य सरकार और रेलवे का पूरा सहयोग करेंगे।' इसी बीच उन्‍होंने एंटी कोलिशन डिवाइस का जिक्र किया और कहा- 'ट्रेन में एंटी कोलिशन डिवाइस नहीं था, अगर वह होता तो हादसा नहीं होता।'

कांग्रेस ने भी भी उठाए सवाल 

ममता बनर्जी के अलावा कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने भी दर्दनाक हादसे पर सवाल पूछे । न्‍यूज एजेंसी ANI से कहा- 'बहुत लोगों की दुर्घटना में मृत्यु हो चुकी है। दर्दनाक हादसे ने सभी को रूला दिया...कहा जाता है कि हम ट्रेन में कवच लगा रहे हैं, इससे सारे हादसे रुक जाएंगे। कहां है कवच? तीन ट्रेनें टकरा गई, कहां है कवच?'

दबी आवाज में विपक्ष कर रही ये काम 

विपक्ष दाबी जुबान रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का इस्तीफा मांगना शुरू कर दिया है। सीपीआई सांसद बिनोय विश्वम ने कहा कि सरकार का फोकस सिर्फ लग्जरी ट्रेनों पर है। आम लोगों की रेलगाड़ियों और पटरियों की उपेक्षा की जाती है। ओडिशा में मौतें उसी का परिणाम हैं। उन्होंने कहा कि रेल मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए।

उधर, तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने भी आरोप लगाए कि केंद्र ऐसे हादसों को रोकने के लिए ट्रेनों में टक्कर रोधी उपकरणों इंस्टाल किए जाने के बजाय विपक्षी नेताओं की जासूसी करने के लिए सॉफ्टवेयर डेवलप करने पर करोड़ों रुपये खर्च कर रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार जनता को गुमराह करके राजनीतिक समर्थन हासिल करने के लिए वंदे भारत ट्रेनों और नवनिर्मित रेलवे स्टेशनों की बड़ी-बड़ी बातें कर रही है, लेकिन सुरक्षा उपायों की उपेक्षा कर रही है। सरकार आम नागरिकों की ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है।

बताते चलें कि बहुत दिनों बाद गंभीर हादसा देखने को मिला है। एक दशक पहले तक सिलसिलेवार हादसे देखने को मिलते थे। पिछले कुछ सालों में हादसों की संख्या में कमी आई है। वैसे बालासोर हादसे के बाद केंद्रीय एजेंसियां युद्ध स्तर पर राहत और बचाव कार्य में लगी हुई हैं। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीजों को मानीटर कर रहे हैं और आज ओडिशा पहुंच रहे हैं।

इसके अलावा आरजेडी ने भी सरकार पर निशाना साधा। आरजेडी की तरफ से ट्वीट कर कहा गया- 'कवच' में भी कांड हो गया? मोदी सरकार के लिए बस 'वंदे भारत एक्सप्रेस' ट्रेनों में ही इंसान चलते हैं! अगर रेल मंत्री में कुछ नैतिकता और आत्मग्लानि हो तो इतने परिवारों के बर्बाद होने पर तुरंत इस्तीफा दें!

इसे भी पढ़ें- लोहे की चादर काट लोगों को निकाला गया; चश्‍मदीद की जुबानी, बालासोर हादसे की दिल दहला देने वाली कहानी

Advertisement

Published June 3rd, 2023 at 14:31 IST

आपकी आवाज. अब डायरेक्ट.

अपने विचार हमें भेजें, हम उन्हें प्रकाशित करेंगे। यह खंड मॉडरेट किया गया है।

Advertisement

न्यूज़रूम से लेटेस्ट

3 घंटे पहलेे
3 घंटे पहलेे
9 घंटे पहलेे
15 घंटे पहलेे
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Whatsapp logo