Updated March 6th, 2020 at 21:54 IST
बाबा जगतार सिंह लूट केस का हुआ खुलासा, आरोपी गिरफ्तार, करोड़ो की नकदी बरामद।
पंजाब के डीजीपी दिनकर गुप्ता ने बताया कि 1.13 करोड़ रुपए की नकदी तरन तारन पुलिस द्वारा बरामद की गई जबकि अमृतसर पुलिस ने 53 लाख रुपए बरामद किये।
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पंजाब पुलिस द्वारा डेरा बाबा जगतार सिंह लूट केस को कुछ दिनों में सुलझाते हुए एक बड़ी सफलता दर्ज की गई है। इस सम्बन्ध में सभी 6 संदिग्धों को गिरफ़्तार कर लिया गया है और चोरी के 1.66 करोड़ रुपए की नकदी भी बरामद कर गई है।
पंजाब के डीजीपी दिनकर गुप्ता ने बताया कि 1.13 करोड़ रुपए की नकदी तरन तारन पुलिस द्वारा बरामद की गई जबकि अमृतसर पुलिस ने 53 लाख रुपए बरामद किये। डीजीपी ने बताया कि इस मामले को एसएसपी तरन तारन ध्रुव दाहीया को इस मामले में जल्द से जल्द करवाई कर आरोपियों को पकड़ने की हिदायतें दी गयी थी जिसके चलते ध्रुव और उनकी टीम ने इस मामले को सुलझा कर आरोपियों को तो गिरफ्तार किया ही साथ ही करोड़ों की नकदी भी बरामद की।
इस मामले में पकड़े गए आरोपियों में सुखविन्दर सिंह उर्फ बाबा भूंडी, तरसेम सिंह उर्फ ग्रोटा, बलविन्दर सिंह उर्फ बिल्ला, सुखचैन सिंह शामिल है यह सभी गाँव खुरमणीयां, जि़ला अमृतसर ने रहने वाले है और इनके दो साथी सतनाम सिंह उर्फ सत्ता और रवि दोनों निवासी गाँव संघा तरन तारन के रहने वाले है।
बीती 24 फरवरी की रात को हुई लूट के बाद बाबा महेन्दर सिंह के बयानों के आधार पर पुलिस ने अंजान व्यक्तियों के खि़लाफ़ एफ.आई.आर. नं. 66, धारा 379 बी, 342, 459, 506, 34 आइपीसी के अंतर्गत मामला दर्ज किया था। आपको बता दें कि 1 मार्च, 2020 को एफ.आई.आर में आईपीसी की एक अन्य धारा 395 शामिल की गई थी।
सी.सी.टी.वी. फुटेज के आधार पर पुलिस ने आरोपियों की सही पहचान की गयी थी।
अब तक की तफ्तीश में यह सामने आया है कि गुरू नानक मल्टीस्पैशियैलिटी अस्पताल के नज़दीक स्थित बाबा जगतार सिंह के डेरे में ड्राइवर के तौर पर काम करते हुए सतनाम सिंह ने ही सारी लूट की योजना बनाई थी और वही इस वारदात का मुख्य साजि़शकर्ता भी वही था। क्योंकि सतनाम को पैसे संबंधी पूरी जानकारी थी।
सतनाम ने लूट की वारदात को अंजाम देने के लिए योजना बनाने और टीम बनाने के लिए सुखचैन सिंह के साथ संपर्क साधा क्योंकि वह जानता था कि सुखचैन सिंह काफी आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त रहा है। डी.जी.पी. गुप्ता के मुताबिक सुखचैन सिंह, जो हाल ही में अमृतसर जेल से बाहर आया था और आते ही फिर इस वारदात को अंजाम देनी की योजना में संलिप्त हो घटना को अंजाम दिया। डी जी पी गुप्ता के मुताबिक सुखचैन सिंह को छोडक़र बाकी सभी पाँच मुलजि़म लूट की रात को एक स्विफ्ट कार में डेरे आए थे। उनमें से दो कार में रुके थे। डकैती के दौरान इस्तेमाल की गई स्विफ्ट बलविन्दर सिंह के पास से बरामद की गई है। इस मामले में अभी जांच चल है कई ओर तथ्य जल्दी ही सामने आएंगे।
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Published March 6th, 2020 at 21:54 IST
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