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Updated March 28th, 2019 at 11:59 IST

प्रियंका पर पोस्टर से 'प्रहार': कांग्रेस पार्टी और प्रियंका-सोनिया पर कसा तंज

सोनिया और प्रियंका गांधी के खिलाफ ये पोस्टर कांग्रेस दफ्तर तिलक भवन के पास लगाए गए हैं। इससे पहले अमेठी में भी प्रियंका गांधी वाड्रा के खिलाफ पोस्टर लगे थे।

Reported by: Ayush Sinha
| Image:self
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यूपी फतह के लिए निकली प्रियंका गांधी वाड्रा के कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी है। वाड्रा कांग्रेस की डूबती नैय्या को बचाने के लिए हर दांव आजमा रही हैं। यूपी जीतने निकली प्रियंका गांधी का अपने ही गढ़ में चुनौतियों से सामना हो रहा है। क्योंकि इस बार हालात थोड़े जुदा-जुदा से हैं।

यूपी के रायबरेली में सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा के खिलाफ निशाना साधते हुए, पोस्टर लगाए गए हैं। पोस्टर में लिखा है कि जब जब आई संकट की घड़ी, कबो न महतारी बिटिया दिखाई पड़ी।

सोनिया और प्रियंका गांधी के खिलाफ ये पोस्टर कांग्रेस दफ्तर तिलक भवन के पास लगाए गए हैं। इससे पहले अमेठी में भी प्रियंका गांधी वाड्रा के खिलाफ पोस्टर लगे थे।

कांग्रेस महासचिव और पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा के रायबरेली पहुंचते ही एक बार फिर पोस्टर वॉर शुरू हो गया। आज सुबह रायबरेली जिला कांग्रेस कार्यालय तिलक भवन के पास सांसद सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा पर निशाना साधते हुए पोस्टर लगाए गए हैं 

इस पोस्टर पर लिखा है, "जब जब आई संकट की घड़ी, कबो न महतारी बिटिया दिखाई पड़ी। सेवा के लिए दिहने रहै वोट, लेकिन प्रियंका सोनिया किहिन दिल पर चोट। फिरोज की नातिन रेहान की माई, चुनाव मा मंदिर- मंदिर परी दिखाई। " 

फिलहाल शहर में प्रियंका गांधी वाड्रा की मौजूदगी में लगे यह पोस्टर चर्चा का विषय बने हैं। वहीं दूसरी तरफ प्रियंका गांधी वाड्रा भुएमऊ गेस्ट हाउस में प्रतिनिधि मंडल और अपने बूथ स्तरीय कार्यकर्ताओं से मिलने की तैयारी कर रही है।

गौरतलब है कि इससे पहले भी अमेठी के मुसाफिरखाना कस्बे में जहां प्रियंका कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ बैठक लेने वाली थीं, वहां भी जगह-जगह पोस्टर लगाए गए थे, जिसमें लिखा था, 'क्या खूब ठगती हो, क्यों पांच साल बाद ही अमेठी दिखती हो। 60 सालों का हिसाब दो।' 'मई 2014 में किया था वादा, 5 साल बाद क्या लेके आई हो फिर, अमेठी को छलने का इरादा है. 60 सालों का हिसाब दो।'

बता दें, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की जो चुनाव के पहले ही हार मान चुकी है। जी हां, अमेठी के गौरीगंज में कार्यकर्ताओं से बात करते हुए प्रियंका गांधी ने 2022 के चुनाव के लिए तैयारी करने को कहा है। यानि की चुनाव से पहले ही कांग्रेस हार मान चुकी है।

इसे भी पढ़ें - VIDEO: प्रियंका के पास नहीं है जीत की गारंटी! चुनाव से पहले हार गई कांग्रेस

यूपी में अपनी पार्टी को जीत दिलाने के लिए प्रियंका गांधी वाड्रा एड़ी चोटी का जोर लगा रही हैं। गांव-गांव, मंदिर-मंदिर घूम रही हैं, लेकिन शायद अब प्रियंका को चुनावों में हार का डर सताने लगा है। आखिर देश का मूड क्या है ये तो आने वाले 23 मई को ही सामने आएगा।

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Published March 28th, 2019 at 11:36 IST

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