Updated April 16th, 2024 at 09:54 IST
‘पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ने का डर, इसे कम करना होगा’; जर्मन राजदूत ने ऐसा क्यों कहा?
Iran-Israel conflict: भारत में जर्मनी के राजदूत ने ईरान-इजराइल संघर्ष की पृष्ठभूमि में कहा कि पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ने की स्पष्ट आशंका है।
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Iran-Israel conflict: भारत में जर्मनी के राजदूत फिलिप एकरमैन ने ईरान-इजराइल संघर्ष की पृष्ठभूमि में सोमवार को कहा कि पश्चिम एशिया में तनाव ‘‘बढ़ने की स्पष्ट आशंका’’ है और इस तनाव को कम करना समय की मांग है।
एकरमैन ने कहा कि क्षेत्र में तनाव कम करने के लिए ‘‘हर रास्ते’’ और ‘‘हर संभावना’’ को तलाशना होगा।
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उन्होंने इजराइल पर ईरान के पहले प्रत्यक्ष हमले के दो दिन बाद यहां एक प्रमुख निजी विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में सभा को संबोधित करते हुए यह बात कही।
एकरमैन ने समारोह के इतर ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘हम पिछले सप्ताहांत ईरान द्वारा इजराइल पर किए गए हमले की कड़ी निंदा करते हैं लेकिन मुझे लगता है कि अब इस पर विचार नहीं करना है कि तनाव को कैसे बढ़ाया जाए, बल्कि यह विचार करना है कि तनाव को कम कैसे किया जाए।’’
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यह पूछे जाने पर कि क्या मौजूदा स्थिति को देखते हुए पश्चिम एशिया क्षेत्र में तनाव कम करना संभव है, राजदूत ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि यह संभव है।’’
एकरमैन में समारोह में कहा, ‘‘तनाव बढ़ने की स्पष्ट आशंका है, पश्चिम एशिया में तनावपूर्ण स्थिति के कारण असुरक्षा बढ़ रही है।’’
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ईरान की सेना ने शनिवार को होर्मुज जलडमरूमध्य के पास इजराइल से जुड़े एक मालवाहक जहाज को अपने कब्जे में ले लिया था। पोत पर चालक दल के 17 भारतीय सदस्य सवार थे। पुर्तगाली झंडे वाले जहाज ‘एमएससी एरीज’ पर सवार भारतीयों की रिहायी सुनिश्चित करने के लिए भारत ईरान के संपर्क में है।
जर्मनी के राजदूत ने कहा कि दुनिया होर्मुज जलडमरूमध्य में पातों पर ‘‘हमले बढ़ते’’ देख रही है, हूती विद्रोही हमले कर रहे हैं और क्षेत्र में समुद्री डकैती की घटनाएं बढ़ रही हैं।
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Published April 16th, 2024 at 07:50 IST
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