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Updated August 17th, 2021 at 16:45 IST

Sudoku: दुनिया को सबसे फेमस पजल गेम देने वाले माकी काजी का निधन, 69 की उम्र में ली अंतिम सांस

सुडोकू (Sudoku) बनाने वाले माकी काजी (Maki Kaji) का 69 साल की उम्र में जापान में उनके घर पर निधन हो गया।

Reported by: Sakshi Bansal
| Image:self
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सुडोकू (Sudoku) दशकों से लोगों का मनोरंजन करता आया है और टाइम-पास का एक बेहतर जरिया है। हालांकि, इस खेल के प्रेमियों को एक बड़ा झटका लगा जब इसे बनाने वाले यानी ‘फादर ऑफ सुडोकू’ माकी काजी (Maki Kaji) का 69 साल की उम्र में जापान में उनके घर पर निधन हो गया। Nikoli Puzzles द्वारा जारी एक आधिकारिक नोटिस के अनुसार, "सुडोकू के गॉडफादर के रूप में दुनिया भर में पहेलियों का प्यार फैलाने वाले माकी काजी का 10 अगस्त, 2021 को टोक्यो में उनके घर पर 10:54 बजे निधन हो गया है। उनकी मौत का कारण पित्त नली का कैंसर (bile duct cancer) था"। कंपनी ने आगे कहा कि वह एक स्मारक सभा आयोजित करेगी और जल्द ही बैठक में शामिल होने के लिए निकोली के URL की घोषणा करेगी।

सुडोकू के पिता माकी काजी का 69 में निधन 

गौरतलब है कि माकी काजी दुनिया भर में और खासतौर पर जापान में पहेली प्रेमियों के बीच एक घरेलू नाम हैं। काजी को सुडोकू के पिता के रूप में जाना जाता है, जिन्होंने पूरी दुनिया में नंबर ब्रेनटीजर को पेश करने में अहम भूमिका निभाई थी जिसे आज भी लाखों लोग पसंद करते हैं। 

बता दें कि पजल की दुनिया के मशहूर व्यक्ति काजी एक यूनिवर्सिटी ड्रॉपआउट थे जिन्होंने जापान की सबसे आकर्षक गेम पत्रिका लॉन्च करने से पहले एक प्रिंटिंग कंपनी के लिए काम किया था। भले ही, पजल के कॉन्सेप्ट का आविष्कार स्विस गणितज्ञ लियोनहार्ड यूलर ने 18वीं शताब्दी में किया था, लेकिन ब्रेनटीजर का मॉडर्न वर्जन काजी ही लेकर आए थे।

जापानी शब्द सुडोकू का मतलब होता है कि हर नंबर सिंगल होना चाहिए"। इस गेम में प्लेयर को 81 वर्गों से बने इनबॉक्स में एक से नौ तक के नंबर भरने होते हैं और इसके रूल्स काफी आसान हैं- किसी भी नंबर को नौ वर्टिकल या होरिजेंटल लाइन में दोहराया नहीं जाना चाहिए। इसके अलावा, गेम में एक दिलचस्प ट्विस्ट भी है। ग्रिड को नौ ब्लॉक में बांटा गया है जिसमें नौ सिंगल बॉक्स हैं जिसमें भी 1-9 के बीच नंबर रिपीट नहीं होना चाहिए।

सुडोकू के बारे में

बता दें कि सुडोकू के जापानी नाम के बावजूद, ये दुनियाभर में काफी लोकप्रिय खेल है, और इसे दुनिया भर के सभी प्रमुख समाचार पत्रों द्वारा छापे 20 साल हो गए हैं। गेम को अक्सर दिमाग के लिए एक व्यायाम के रूप में माना जाता है। दिलचस्प बात ये है कि ये साबित हो चुका है कि सुडोकू खेलने से व्यक्ति की बुद्धि तेज होती है, एकाग्रता में सुधार होता है, समस्या सुलझाने के कौशल में वृद्धि होती है, सोचने की क्षमता बढ़ती है और याददाश्त में सुधार होता है।

रिपोर्ट्स की मानें तो दुनिया भर में करीब 10 करोड़ लोग नियमित रूप से पहेलियों को सुलझाने में लगे हुए हैं। 2006 से विश्व चैंपियनशिप हर साल आयोजित की जाती रही है, जहां दुनिया भर से लोग अपने टैलेंट को साबित करने के लिए आते हैं।

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Published August 17th, 2021 at 16:40 IST

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