Updated June 11th, 2019 at 20:44 IST
भारत आने से डरा ज़ाकिर नाइक, कहा- 'सुप्रीम कोर्ट लिखित में दे कि भारत आने पर मेरी गिरफ्तारी नहीं होगी'
जाकिर नाईक ने एक बयान जारी कर कहा है कि जांच एजेंसियां अपने राजनीतिक आकाओं के इशारे पर उसे फंसाने के लिए कुछ हासिल करने की भरसक कोशिश कर रही हैं।
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ज़ाकिर नाइक वो भगोड़ा जो आज मलेशिया में चैन की जिंदगी बसर कर रहा है। लेकिन उसके मनसूबों की वजह से ना जाने कितने मासूम और बेकसूर लोगों की जिंदगी फना हो गई।
इस्लामिक प्रचारक की आड़ में जाकिर के खौफनाक मंसूबे किसी से छिपे नहीं। पिछले काफी वक्त से वो भारत की सुरक्षा ऐजेंसियों के रडार पर है, लेकिन जाकिर मलेशिया में चैन और सुकून की ज़िंदगी जी रहा है। हालांकि भारत वापस ना लौटने की उसकी खोखली दलीलें अब भी जारी है। एक तरफ वो खुद को बेकसूर बताता है, तो दूसरी तरफ उसे भारत की सुरक्षा एजेंसियों और भारत के कानून पर ही भरोसा नही है।
जाकिर नाईक ने एक बयान जारी कर कहा है कि जांच एजेंसियां अपने राजनीतिक आकाओं के इशारे पर उसे फंसाने के लिए कुछ हासिल करने की भरसक कोशिश कर रही हैं।
ईडी नाइक के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस (आरसीएन) जारी कराने की कोशिश कर रही है जिसके चलते उसने यह आरोप लगाया है।
उसने बयान में कहा, ‘‘निश्चित रूप से यह न्याय करने की बेचैनी नहीं है क्योंकि उन्हें खुद आरोपों पर भरोसा नहीं है। लेकिन यह बेचैनी शर्मनाक है और उनका ध्यान एक चीज से दूसरी पर केंद्रित करने से यह बात दिखाई देती है। वे आतंकवाद से धनशोधन की बात करने लगे और केवल मुझे फंसाने के लिए यह किया जा रहा है।’’
दरअसल भारतीय जांच एजेंसियों के सामने ये जाकिर का नया प्रोपगैंडा है। वहीं मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद एक बार फिर जाकिर नाईक के समर्थन में आए हैं। मलेशियाई मीडिया के मुताबिक जाकिर नाईक के प्रत्यर्पण पर प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद ने कहा है कि अगर ज़ाकिर नाइक को न्याय नहीं मिलता को मलेशिया के पास ज़ाकिर नाइक को प्रत्यार्पित ना करने का अधिकार है। ज़ाकिर को लगता है कि भारत में उसके साथ न्याय नहीं होगा।
ज़ाकिर नाइक और मलेशिया के प्रधानमंत्री के बीच मुलाकात भी हो चुकी है और इससे पहले भी वो प्रत्यर्पण की राह में रोड़े खड़े कर चुके हैं। लेकिन सवाल ये है कि जिस वक्त आतंक के खिलाफ पूरी दुनिया एक जुट हो रही है, जिस वक्त आतंक के बीज बोने वालों से पूरी दुनिया कन्नी काट रही है उस वक्त मलेशिया का ये रवैया किस ओर इशारा करता है। क्या मलेशिया ज़ाकिर नाइक को संरक्षण देकर अपने लिए ही मुश्किलें खड़ी कर रहा है। क्योंकि ज़ाकिर नाइक वो सांप है जो कब किसको डस ले इसका पता उसे अपनी आस्तीन में पनाह देने वालों को भी नहीं चलता।
साल 2016 में जाकिर नाइक का भांडा फूटा था जिसके बाद जाकिर नाइक मलेशिया भाग गया, साल 2017 में जाकिर नाइक को एनआईए की अदालत ने भगौड़ा भी घोषित कर दिया था, सवाल है कि आखिर आतंक के आका को कांग्रेस से इतनी मोहब्बत क्यों है और बीजेपी से इतना खौफ क्यों है?
जाकिर नाइक पर अवैध संपत्ति के आरोप हैं, जाकिर नाइक पर चरमपंथ को बढ़ावा देने के आरोप हैं, ऐसे में जाकिर नाइक का कहना कि वो कांग्रेस के राज में देश वापस आएगा, कई सवाल खड़े करता है, जवाब कांग्रेस को देना है।
(इनपुट- भाषा से भी)
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Published June 11th, 2019 at 20:44 IST
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