Updated November 16th, 2018 at 13:13 IST
शाहिद अफरीदी के बयान से हुई फजीहत के बाद, जावेद मियांदाद ने पाक खिलाड़ियों से की ये अपील ..
क्रिकेटर शाहिद अफरीदी ने हाल ही में पाकिस्तान को लेकर एक बयान दिया था. जिसके बाद पाकिस्तान में उनकी काफी आलोचना हुई थी.
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क्रिकेटर शाहिद अफरीदी ने हाल ही में पाकिस्तान को लेकर एक बयान दिया था. जिसके बाद पाकिस्तान में उनकी काफी आलोचना हुई थी. बता दें, शाहिद अफरीदी ने 'पाकिस्तान अपने चार प्रांतों को भी नियंत्रित नहीं कर सकता' वाला बयान दिया था. वहीं अब पूर्व क्रिकेटर जावेद मियांदाद ने अफरीदी के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी है.
जावेद मियांदाद ने पाकिस्तान के खिलाड़ियों को चुप रहने की सलाह दे दी है. बता दें, जावेद मियांदाद ने क्रिकेटरों को राजनीतिक मुद्दों पर अपनी राय रखने से दूर रहने की अपील की है. बता दें, मियांदाद ने क्रिकेटरों से राजनीतिक एवं संवेदनशील मुद्दों से दूर रहने के लिए कहा है.
इसके साथ ही मियांदाद ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि 'मुझे लगता है कि शाहिद अफरीदी के द्वारा जो कहा गया है वो सही नहीं है.. वो चाहते तो उससे बचा जा सकता था..'
दरअसल ब्रिटेन के हाउस ऑफ कॉमन्स में बोलते हुए क्रिकेटर शाहिद अफरीदी ने कश्मीर के मुद्दे पर अपने ही देश की नीतियों के खिलाफ बोल दिया था. अफरीदी ने कश्मीर पर बोलते हुए कहा था, ''पाकिस्तान कश्मीर नहीं चाहता है, पाकिस्तान में चार प्रांतों को संभाल पाने का ही बूता नहीं है''
साथ ही अफरीदी ने अपने विचार साझा करते हुए कहा था, 'मैं कहता हूं कि पाकिस्तान कश्मीर नहीं चाहता है, चलो इसे भारत को न दें. कश्मीर को अलग ही रहने दो, तो कम से कम मानवता तो रहेगी.' उन्होंने कहा कि कश्मीर को आजाद कर देना चाहिए. काफी आलोचनाओं के बाद अब अफरीदी ने अपने इस बयान पर सफाई भी पेश की थी और ट्वीट करके बोला था कि उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया जा रहा है.
बता दें, अफरीदी के बयान के बाद जमकर आलोचना हुई थी. ब्रिटिश संसद में अफरीदी का ये संबोधन सीधे तौर पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के नीतियों पर गहरे चोट का काम कर रहा था. अफरीदी ने बातों-बातों में ये दावा भी कर दिया कि उनका देश पाकिस्तान अपने ही चार प्रांतों को नहीं संभाल सकता तो कश्मीर को कैसे संभालेगा.
अपने इस बयान के दौरान अफरीदी ने मानवता का भी उदाहरण दिया था. उन्होंने बोला था कि मानवता एक बड़ी बात है और ये देखकर बेहद दर्द होता है कि लोग मर रहे हैं. हालांकि अफरीदी अपने इस बायान पर सफाई देते हुए अपने ट्वीट में लिखा था, 'भारतीय मीडिया द्वारा मेरी टिप्पणियों को गलत समझा जा रहा है. मैं अपने देश के बारे में भावुक हूं और कश्मीरियों के संघर्षों को बहुत महत्व देता हूं. मानवता को जीतना चाहिए और उन्हें उनका अधिकार मिलना चाहिए'
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Published November 16th, 2018 at 13:13 IST
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