Updated September 19th, 2018 at 16:12 IST
पाकिस्तान ने किया नवजोत सिंह सिद्धू का पर्दाफ़ाश, कहा - करतारपुर कॉरिडोर खोलने के लिए भारत से नहीं हुई है बात
इस्लामबाद में एक साप्ताहिक प्रेस ब्रीफिंक को संबोधित करते हुए विदेश मामलों के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने नवजोत सिंह सिद्धू के दावे का खंडन किया.
Advertisement
पंजाब सरकार के मंत्री सह कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू को शर्मिंदा होना पड़ा क्योंकि पाकिस्तान सरकार ने बुधवार को यह स्पष्ट रूप से कहा कि करतारपुर साहिब गुरुद्वारा को खोलने पर भारत सरकार के साथ कोई आधिकारिक बातचीत नहीं हुआ है.
इस्लामबाद में एक साप्ताहिक प्रेस ब्रीफिंक को संबोधित करते हुए विदेश मामलों के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने नवजोत सिंह सिद्धू के दावे का खंडन किया.
इससे पहले कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने पाकिस्तान की तरफदारी करते हुए कहा था कि 'पाकिस्तान गुरु नानक जी की 550 जयंती पर करतारपुर साहिब के गलियारे खोलने के लिए तैयार हैं. इसके लिए मैं अपने यार दिलदार इमरान खान साहब का और पाकिस्तान सरकार का शुक्रिया अदा करता हूं. जिन्होंने एक प्लेटफार्म पर आकर ये फैसला लिया है. साथ ही मैं झुक कर एक सिख होने के नाते भारत सरकार से विनम्र विनती करता हूं कि आप भी एक कदम चलिए.''
इसके साथ नवजोत सिंह सिद्धू ने पत्र लिखकर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और केंद्र सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया था.
इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए सुषमा स्वराज ने कहा कि , ''पाकिस्तान सरकार ने अब तक द्विपक्षीय प्रोटोकॉल के तहत भारतीय तीर्थयात्रियों के लिए करतारपुर साहिब कॉरिडोर खोलने के लिए सहमत नहीं हुई है और न ही कॉरिडोर खोलने के लिए कोई आधिकारिक लेटर भेजा है.''
कांग्रेस नेता नवजोत सिंद्धू ने मंगलवार को प्रेसकॉन्फ्रेंस कर कहा कि, विदेश मंत्री उन्हें आश्वस्त किया है कि वह करतारपुर साहिब गलियारा खुलवाने के लिए पाकिस्तान सरकार को पत्र लिखेंगी.
सिद्धू ने करतारपुर साहिब गुरूद्वारा को सिखों का 'अपना मक्का' करार देते हुए कहा कि करतारपुर गलियारा खोलने का औपचारिक अनुरोध करना भारत की जिम्मेदारी है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान पहले ही इस बाबत अपनी सकारात्मक मंशा दिखा चुका है.
सिद्धू ने दावा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान इस मुद्दे पर पहले ही सभी पक्षों के साथ बैठक कर चुके हैं और उने मंत्री फवाद चौधरी ने कहा था कि पाकिस्तान गलियारा खोलना चाह रहा है और इस बाबत भारत की औपचारिक सहमति का इंतजार कर रहा है.
वहीं केंद्रिय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने दावा किया था कि सोमवार को दिल्ली में मुलाकात के दौरान सुषमा स्वराज ने सिद्धू को फटकार लगाई थी. उन्होंने कहा , मुझे कुछ नहीं कहना . यह कोई निजी मामला नहीं है. वे जितना चाहे मुझे भला - बुरा कह दें, राजनीति और धर्म अलग - अलग होना चाहिए.
Advertisement
Published September 19th, 2018 at 16:09 IST
आपकी आवाज. अब डायरेक्ट.
अपने विचार हमें भेजें, हम उन्हें प्रकाशित करेंगे। यह खंड मॉडरेट किया गया है।