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Updated June 21st, 2021 at 17:15 IST

पाक में रेप की बढ़ती घटनाओं पर PM इमरान का निंदनीय बयान, ‘महिलाओं के कपड़ों’ को ठहराया जिम्मेदार

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को सोशल मीडिया के गुस्से का सामना करना पड़ा जब उन्होंने यौन हिंसा के मामलों में वृद्धि के पीछे महिलाओं के 'कम कपड़ो' को दोषी ठहराया।

Reported by: Sakshi Bansal
| Image:self
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पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को सोशल मीडिया के गुस्से का सामना करना पड़ा जब उन्होंने यौन हिंसा के मामलों में वृद्धि के पीछे महिलाओं के 'कम कपड़ो' को दोषी ठहराया। पाकिस्तान के पीएम ने HBO पर एक्सियोस के साथ एक इंटरव्यू में कहा था कि कम कपड़े पहनने वाली महिलाएं पुरुषों पर एक 'प्रलोभन' छोड़ती हैं जो अंततः बलात्कार और यौन हिंसा के मामलों को बढ़ाती हैं। 

इसके अलावा, इमरान खान से उत्तर-पश्चिम प्रांत में जातीय निवासियों के खिलाफ चीन के कथित मानवाधिकारों के हनन पर उनकी चुप्पी का कारण भी पूछा गया, हालांकि, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने अपने पहले के बयान को दोहराया कि ‘बातचीत बंद दरवाजों के पीछे होती है और इसके सहयोगी वैसी तस्वीर पेश नहीं करते, जिसकी पश्चिमी मीडिया बात करती है’।

पाकिस्तान के पीएम इमरान खान की रेप को लेकर चौंकाने वाली टिप्पणी

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से पूछा गया कि क्या महिलाओं की ड्रेस का पुरुषों पर कोई 'प्रलोभन' प्रभाव पड़ता है जो यौन हिंसा या बलात्कार की ओर ले जाता है। इसपर इमरान खान ने कहा, “अगर कोई महिला बहुत कम कपड़े पहनती है, तो पुरुषों पर इसका असर होगा, जब तक कि वे रोबोट न हों। यह तो केवल कॉमन सेंस है। यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस समाज में रहते हैं। अगर किसी समाज में लोगों ने इस प्रकार की चीजें नहीं देखीं, तो इसका उन पर प्रभाव पड़ेगा। यह सांस्कृतिक साम्राज्यवाद बाकी सभी को स्वीकार्य होना चाहिए।”

गौरतलब है कि जियो न्यूज के साथ एक पूर्व इंटरव्यू में भी इमरान खान ने इसी तरह की टिप्पणी करते हुए कहा था कि यौन हिंसा या बलात्कार के मामले अश्लीलता की उपज हैं जिसे उन्होंने 'पश्चिमी आयात' बताया। पाक के पीएम से इंटरव्यू के दौरान पूछा गया कि उनकी सरकार यौन हिंसा के बढ़ते मामलों को रोकने की क्या योजना बना रही है, खासकर बच्चों के खिलाफ। तब उन्होंने देश में बलात्कार और यौन हिंसा के बढ़ने का कारण 'फहाशी' (अश्लीलता) बताया था और प्रलोभन को दूर करने के लिए 'पर्दा' सिस्टम के बारे में बात की थी क्योंकि 'हर किसी के पास इच्छाशक्ति नहीं होती'।

नवंबर 2020 की रिपोर्टों के अनुसार, पाकिस्तान में हर दिन 11 बलात्कार की घटनाएं दर्ज होती हैं जबकि पिछले छह सालों में 22,000 से अधिक मामले सामने आए हैं। हालांकि, इन अपराधों की दोषसिद्धि दर केवल 0.03 प्रतिशत है, क्योंकि तब तक केवल 77 अभियुक्तों को ही दोषी ठहराया गया था।

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Published June 21st, 2021 at 17:11 IST

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