Updated August 4th, 2021 at 15:28 IST
कोरोना : नेपाल में तेजी से फैल रहा डेल्टा वेरिएंट का नया म्यूटेंट, अस्पताल प्रबंधन बेहाल
नेपाल में कोरोना के डेल्टा वेरिएंट के बढ़ते मामलों के साथ एक बार फिर से मरीजों के लिए अस्थायी शेल्टर खोल दिए गए है।
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नेपाल में कोरोना के डेल्टा वेरिएंट के बढ़ते मामलों के साथ एक बार फिर से मरीजों के लिए अस्थायी शेल्टर खोल दिए गए है। नेपाल में कोरोना की बढ़ती संख्या को देखते हुए अस्पताल प्रबंधन ने अस्पताल परिसर के बाहर कोविड वार्ड जैसे शेल्टर बनाने शुरू कर दिए है। देश में अचानक मामलों की वृद्धि देखने को मिली, जिसने लोगो को चिंता में डाल दिया है। आगामी तीसरी लहर के मंडराते खतरे को देखते हुए अस्पताल प्रबंधन ने उस स्थिति से निपटने की तैयारियां अभी से शुरू कर दी है।
काठमांडू के सुकरराज ट्रॉपिकल एंड इंफेक्शियस डिजीज हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. अनूप बस्तोला ने एएनआई से बातचीत में बताया कि प्रतिबंधों के बाद भी लोगो ने सुरक्षा उपायों की धज्जियां उड़ाई है। जिसका खामियाजा मामलों की बढ़ती संख्या में देखने को मिल रहा है। पिछले साल के कोरोना निर्देशों ने मामले को नियंत्रण करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, लेकिन अब इसका ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। परिणामस्वरूप संक्रमण मामलो के साथ-साथ अस्पताल में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
नेपाल में अस्पताल की स्थिति
4 अगस्त, 2021 तक सुकरराज ट्रॉपिकल अस्पताल में 100 बिस्तरों में से 35 नए कोरोना मामलों से भरे हुए हैं। इस बीच, 28 आईसीयू बेड में से 22 गंभीर कोरोना मामलों के है। शहर के अन्य अस्पतालों में भी ऐसा ही स्थिति है, शिक्षण अस्पतालों में भी बड़े पैमाने पर कोरोना मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है।
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नेपाल में कोरोना के हालत
नेपाल कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में से एक है। देश में इस बार कोरोना मामलों में सबसे अधिक और खतरनाक रूप में बढ़ोतरी देखी जा रही है। वहां के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, साल 2020 से, 36,33,118 कोरोना टेस्ट में से लगभग 7,09,027 लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी। एक दिन पहले के रिपोर्ट के मुताबिक, देश में कोरोना के ताजा 2448 नए मामलों की पुष्टि हुई है, जबकि करीब 24 संक्रमितों ने अपनी जान गंवाई है। देश में 1994 नए मरीज स्वस्थ हुए है। विशेषज्ञों के अनुसार, कोरोना के ये डेल्टा वैरियंट अधिक घातक माना जा रहा है।
नेपाल के मौजूदा हालात पर डॉक्टर की राय
डॉ बसटोला ने तीसरी लहर के खतरे के बारे में बताते हुए चेतावनी दी है। उन्होंने कहा वायरस के डेल्टा वैरियंट ने अधिक संक्रामक के साथ दूसरी लहर के रूप में दस्तक दिया, लेकिन उस समय लगाए गए प्रतिबंधों के कारण उसे नियंत्रित कर लिया गया था। हालांकि उसने भी काफी तबाही मचाई। लेकिन वायरस अभी भी समुदाय के अंदर फैल रहा है। लेकिन अभी भी लोग आराम से घर से बाहर निकल रहे है, जिससे संक्रमण तेजी से फैल रहा है। यदि हम कोरोना सुरक्षा उपायों और नियमों का पालन नहीं कर पाते हैं तो ये एक और तबाही का कारण बन सकता है।
नेपाल में 11 अगस्त तक बढ़ा लॉकडाउन
संक्रमण को रोकने के लिए काठमांडू, ललितपुर और भक्तपुर सहित तीन जिला प्रमुखों की एक संयुक्त बैठक की गई। जिसमें इन जिलों में प्रतिबंध 11 अगस्त तक जारी रखने का निर्णय लिया गया। इस बीच, प्रशासन ने लोगों से भीड़ न लगाने की अपील की है और कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने का आग्रह किया है।
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(With Some ANI inputs)
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Published August 4th, 2021 at 15:28 IST
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