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Updated March 14th, 2019 at 00:03 IST

LIVE UPDATE : UNSC में मसूद अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित करने में चीन ने फिर डाला अड़ंगा

पुलवामा के बाद भारत के पक्ष में एक माहौल तो बना ही है साथ ही अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और रूस के इस मुद्दे पर साथ आने से चीन अलग-थलग पड़ गया है।

Reported by: Amit Bajpayee
| Image:self
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कुछ ही देर के बाद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद यह तय करेगी की पाकिस्तान में बैठे जैश-ए-मोहम्मद का सरगना मसूद अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित करना है या नहीं। जानकारी के अनुसार चीन ने मसूद को बचाने के लिए नई चाल चल दी है लेकिन फिलहाल मसूद अजहर पर शिंकजा कसने की पूरी तैयारी चल रही है। 

अगर चीन ने कोई अड़ंगा नहीं लगाया तो मसूद अजहर को अंतराष्ट्रीय आंतकी घोषित कर दिया जाएगा । भारत की ओर से पुख़्ता सबूत दिए गया है । पुलवामा हमले के बाद भारत ने एक डोजियर तैयार किया है जिसमें मसूद अजहर के खिलाफ पुख़्ता सबूत हैं लेकिन हर वार की तरह इस बार भी चीन ने रोड़ा न अटका दे।

पुलवामा के बाद भारत के पक्ष में एक माहौल तो बना ही है साथ ही अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और रूस के इस मुद्दे पर साथ आने से चीन अलग-थलग पड़ गया है। ऐसे में अगर चीन चौथी बार वीटो का इस्तेमाल करता है तो वैश्विक स्तर पर उसकी भी छवि को झटका लगेगा।
 

 

LIVE UPDATE : 

12: 01 AM : UN प्रवक्ता ने R. भारत से की बात, कहा -चीन ने और समय मांगा

 

11.55 PM - जो भारतीय लड़ाकू विमान एयर स्ट्राइक के लिए बालाकोट जो सकता है वह बहावलपुर भी जा सकता है : मेजर गौरव आर्य कंसल्टिंग एडिटर

11. 40 PM :पर्दे के पीछे चीन-भारत के साथ व्यावसायिक डील करना चाहता था असफल होने पर उसने UNSC में वीटो पावर का इस्तेमाल कर अड़ंगा लगा दिया

11.35 PM :संयुक्त राष्ट्र में मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित किए जाने के प्रस्ताव पर चीन ने वीटो पावर का इस्तेमाल कर अड़ंगा लगा दिया है. 

 

 

 

बता दें पुलवामा हमले के बाद, अजहर को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1267 अलकायदा प्रतिबंध समिति के तहत प्रतिबंधित करने का प्रस्ताव फ्रांस, ब्रिटेन एवं अमेरिका की ओर से 27 फरवरी को रखा गया था।

फ्रांस, ब्रिटेन और अमेरिका द्वारा लाए गए आपत्ति उठाने के लिए 10 कार्यदिवस का समय था। यह अवधि बुधवार दोपहर (न्यूयार्क के समयानुसार) तीन बजे (भारतीय समयानुसार साढ़े 12 बजे रात बृहस्पतिवार) खत्म हो रही है। समिति अपने सदस्यों की सर्वसम्मति से फैसले लेती है।

अलकायदा प्रतिबंध समिति के सूचीबद्ध नियमों के तहत अगर किसी भी सदस्य की ओर से कोई आपत्ति नहीं उठाई गई तो फैसले को स्वीकृत माना जाएगा। इसका अर्थ यह होगा कि अजहर को संयुक्त राष्ट्र चिह्वित वैश्विक आतंकवादी मान लिया जाएगा। 

पुलवामा में आतंकी हमले के बाद भारत ने इस्लामाबाद के खिलाफ कूटनीतिक अभियान तेज करते हुए 25 देशों के दूतों को इस बारे में अवगत कराया था। इसमें यूएनएससी के पांच स्थायी सदस्य- अमेरिका, चीन, रूस, ब्रिटेन और फ्रांस को पाकिस्तान की भूमिका से वाकिफ कराया गया । 

इससे पहले चीन ने कहा कि इस मुद्दे का ऐसा समाधान होना चाहिए जो सभी पक्षों के अनुकूल हो।

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लु कांग ने यहां एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा, ‘‘ मैं यह दोहराता हूं कि चीन जिम्मेदाराना रवैया अपनाना जारी रखेगा और यूएनएससी1267 समिति के विचार-विमर्श में हिस्सा लेगा।' 

चीन संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में वीटो की शक्ति रखनेवाला सदस्य है और सबकी निगाहें चीन पर हैं जो पूर्व में अजहर को संयुक्त राष्ट्र से वैश्विक आतंकवादी घोषित कराने के भारत के प्रयासों में अड़ंगा डाल चुका है। चीन इस बात पर जोर दे रहा है कि समाधान सभी को स्वीकार्य होना चाहिए। 

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Published March 13th, 2019 at 23:22 IST

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