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Updated April 18th, 2024 at 17:16 IST

भारत को बड़ा झटका, पेरिस ओलंपिक से बाहर हुआ ये स्टार एथलीट; शेयर किया इमोशनल पोस्ट

2024 पेरिस ओलंपिक के 100 दिनों का काउंटडाउन शुरू हो चुका है, टूर्नामेंट में अब बहुत कम दिन बचे हैं, लेकिन इस बीच भारत को बड़ा झटका लगा है।

Edited by: DINESH BEDI
Indian Athlete Murali Sreeshankar out of Paris Olympics due to knee injury
भारतीय लॉन्ग जंपर घुटने की चोट के कारण पेरिस ओलंपिक से बाहर हुए | Image:X
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Paris Olympic 2024: दुनिया भर के एथलीट्स के लिए ये साल बहुत बड़ा है। दरअसल इस साल दुनिया का सबसे बड़ा खेल इवेंट होने वाला है। ओलंपिक खेलों (Olympic Games) के आयोजन के चलते एथलीट और खिलाड़ियों के लिए इस साल के मायने बहुत बड़ गए हैं। 2024 ओलंपिक (Olympic 2024) के आयोजन में अब सिर्फ कुछ महीने बचे हैं, लेकिन इससे पहले भारत को बड़ा झटका लगा है। 

फ्रांस की राजधानी में पेरिस में 26 जुलाई से ओलंपिक का आगाज होना है, लेकिन इससे पहले भारत का एक स्टार एथलीट ओलंपिक से बाहर हो गया है। ये एथलीट कौन है और वो क्यों बाहर हुआ है? आइए ये बताते हैं। 

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मुरली श्रीशंकर पेरिस ओलंपिक से बाहर

भारत के दिग्गज लॉन्ग जंप (Long Jump) एथलीट मुरली श्रीशंकर (Murali Sreeshankar) ट्रेनिंग के दौरान घुटने की चोट के कारण पेरिस ओलंपिक से बाहर हो गए हैं और उन्हें सर्जरी करानी पड़ेगी, जिस कारण वो पूरे 2024 सीजन में नहीं खेल पाएंगे। एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ गेम्स के सिल्वर मेडलिस्ट श्रीशंकर ने 2023 एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 8.37 मीटर के प्रयास से रजत पदक जीतते हुए 2024 पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया था।

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इस 25 वर्षीय खिलाड़ी को शंघाई/सुझोउ और दोहा में क्रमश: 27 अप्रैल और 10 मई को लगातार दो डाइमंड लीग प्रतियोगिता के साथ अपने सीजन की शुरुआत करनी थी, लेकिन मंगलवार को ट्रेनिंग के दौरान उन्हें चोट लगी और उनका ओलंपिक में खेलने का सपना टूट गया, जिसको लेकर वो बहुत दुखी हैं। श्रीशंकर ने खुद सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए अपनी चोट के बारे में बताया है। 

श्रीशंकर ने एक लंबे चौड़े सोशल मीडिया पोस्ट में कहा-

दुर्भाग्य से, ये बुरे सपने की तरह लगता है, लेकिन ये हकीकत है, मेरा पेरिस ओलंपिक का सपना टूट गया है। मुझे मंगलवार को ट्रेनिंग के दौरान घुटने की चोट लगी और टेस्ट और परामर्श के बाद, ये फैसला किया गया कि मुझे सर्जरी कराने की जरूरत होगी। अपने पूरे जीवन में, मेरे अंदर विपरीत परिस्थितयों का सामना करने का साहस रहा है, उन स्थितियों को स्वीकार करना जिसे मैं बदल नहीं सकता। उन चीजों में सकारात्मक नतीजा हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करना जहां मैं कर सकता हूं।’’

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डाइमंड लीग में लहराया था परचम

पिछले साल जून में श्रीशंकर तीसरे स्थान पर रहकर डाइमंड लीग प्रतियोगिता में शीर्ष तीन में जगह बनाने वाले तीसरे भारतीय बने थे, हालांकि वो बुडापेस्ट में वर्ल्ड चैंपियनशिप के क्वालीफाइंग दौर से बाहर होने से निराश थे, लेकिन उन्होंने चीन के हांगझोउ में एशियन गेम्स में सिल्वर मेडल जीतकर जोरदार वापसी की।

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श्रीशंकर ने कहा- 

जिंदगी अजीब पटकथाएं लिखती है और कभी-कभी इसे स्वीकार करने और आगे बढ़ने में साहस होता है। मैं यही करूंगा। मेरी वापसी का सफर उसी क्षण शुरू हो गया, जब मेरे घुटने में चोट लगी। ये रास्ता लंबा, कठिन होने वाला है और मुझसे बहुत कुछ छीन लेगा।

दिग्गज बॉस्केटबॉल प्लेयर कोबे ब्रायंट को अपना आइडल मानने वाले श्रीशंकर ने कहा- 

अच्छी बात ये है कि मेरे पास देने के लिए बहुत कुछ है। मैं इससे निपट लूंगा, क्योंकि मांबा मानसिकता का यही मतलब है।’’

बता दें कि ‘माम्बा मानसिकता’ शब्द लॉस एंजिल्स लेकर्स स्टार की जीवन और प्रतिस्पर्धा के प्रति मानसिकता और सकारात्मक दृष्टिकोण को दर्शाता है।

ये भी पढ़ें- T20 वर्ल्ड कप के लिए अमेरिका आएंगे धोनी, भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने किया प्लान का खुलासा

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Published April 18th, 2024 at 17:10 IST

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