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Updated December 10th, 2018 at 17:12 IST

धोनी के खिलाफ बोलने पर विवादों में आए गौतम गंभीर, सोशल मीडिया पर हो रही आलोचना

गंभीर ने अपने करियर से जुड़ी कुछ बातों पर खुलकर अपने विचार रखे जिसमें उन्होंने महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी के दौरान लिए गए कुछ फैसले पर अपनी असहमति जाहिर की है. 

Reported by: Ayush Sinha
| Image:self
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भारत के पूर्व शानदार बल्लेबाज गौतम गंभीर ने क्रिकेट से संन्यास ले लिया है. लेकिन गंभीर ने भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के कुछ फैसले के विरोध में अपनी बात रखी जिसे लेकर उन्हें सोशल मीडिया पर काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है. गंभीर ने अपने करियर से जुड़ी कुछ बातों पर खुलकर अपने विचार रखे जिसमें उन्होंने महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी के दौरान लिए गए कुछ फैसले पर अपनी असहमति जाहिर की है. 

गंभीर ने साल 2012 में हुए कॉमनवेल्थ बैंक सीरीज (सीबी सीरीज) के दौरान एमएस धोनी के टीम सेलेक्शन पर किए फैसले को गलत ठहराते हुए अपनी असहमति जाहिर की. 

गंभीर ने कहा, 'कप्तान धोनी ने साल 2012 में ऑस्ट्रेलिया में खेली गई सीबी सीरीज के दौरान सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग और मुझे नहीं खिलाने का फैसला किया था. ट्राई सीरीज में धोनी ने कहा था कि वो हम तीनों को एक साथ नहीं खिला सकते हैं क्योंकि उन्हें 2015 वनडे वर्ल्ड कप के लिए टीम तैयार करनी है. ये बहुत बड़ा झटका था. मुझे लगता है कि मेरी जगह किसी भी क्रिकेटर और उसके करियर के लिए एक तगड़ा झटका होता'

गंभीर ने पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी पर ये सवाल तो उठा दिया लेकिन उनको ये पता नहीं था कि उनके इस सवाल से उन्हें ट्विटर पर उनकी टिप्पणियों के लिए गर्मी का सामना करना पड़ेगा.

सोशल मीडिया पर यूजर्स ने गंभीर के खिलाफ बात करना शुरू कर दिया है. जो गंभीर के लिए एक तगड़ा झटका है.


गंभीर, जो 2011 में भारत की विश्वकप की सफलता के दिल में थे, उन्होंने अपने सदमे को जाहिर किया कि रन बनाने और मैदान पर फिट होने के बावजूद, सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग को एक साथ खेलने के लिए अनदेखा किया गया था.

गंभीर ने 58 टेस्ट मैचों में 41.96 की औसत से 4154 रन बनाये जिसमें नौ शतकीय पारी शामिल है. उन्होंने 147 एकदिवसीय मैचों में 39.68 की औसत और 11 शतकीय पारियों की मदद से 5238 रन बनाए. गंभीर से टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में भी अपनी छाप छोड़ी. उन्होंने 37 मैच में सात अर्धशतक की मदद से 932 रन बनाए जिसमें उनका औसत 27.41 का था.

उन्होंने 2011 में खेले गए वनडे विश्व कप के फाइनल में 97 रनों की यादगार पारी खेली थी. जिसकी बदौलत भारत ने दूसरी बार 28 साल बाद विश्व खिलाब पर कब्जा जमाया था. यही नहीं, गौतम गंभीर ने टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में भी अपनी छाप छोड़ी थी. भारत को पहला टी20 विश्व खिताब दिलाने में भी गौतम गंभीर का योगदान सबसे महत्वपूर्ण रहा. उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ खेले गए फाइनल मुकाबले में 75 रन की अर्धशतकीय पारी खेली थी. जिसमें भारत ने पाकिस्तान को 4 रन से हराकर टी20 का विश्व खिताब अपने नाम किया था.

गंभीर ने दिल्ली के अपने साथी वीरेंद्र सहवाग के साथ सफल सलामी जोड़ी बनाई. इन दोनों ने सलामी जोड़ी के रूप में 4412 रन जोड़े जो कि भारतीय रिकार्ड है.

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Published December 10th, 2018 at 16:51 IST

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