Updated December 10th, 2018 at 20:36 IST
RBI गवर्नर उर्जित पटेल के इस्तीफे को लेकर मोदी सरकार पर 'हमलावर' हुआ विपक्ष
आरबीआई के गवर्नर के इस्तीफे के इस फैसले को लेकर विपक्षी पार्टियां केंद्र सरकार पर आरोप लगा रही है. और सोशल मीडिया पर जमकर एक के बाद एक टिप्पणी कर रही है.
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भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटले के इस्तीफे के बाद राजनीतिक महकमे में घमासान तेज हो गया है. सियासी गलियारे में पटेल के इस्तीफे के बाद हो-हल्ला परवान पर है. विपक्ष ने इस्तीफे को लेकर आक्रामक अंदाज में दिखाई दे रहा है.
गौरतलब है कि एक बयान में उर्जित पटेल ने भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर पद से इस्तीफा देने के अपने फैसले को व्यक्तिगत कारणों का हवाला दिया है.
हालांकि बयान में सरकार के साथ बाधा का जिक्र नहीं है. आरबीआई के गवर्नर के इस्तीफे के इस फैसले को लेकर विपक्षी पार्टियां केंद्र सरकार पर आरोप लगा रही है. और सोशल मीडिया पर जमकर एक के बाद एक टिप्पणी कर रही है.
ट्विटर पर कांग्रेस के ऑफिशियल हैंडल से ट्वीट करके केंद्र सरकार पर निशाना साधा गया है. इस हमले में कांग्रेस का कहना है कि ये लोकतांत्रिक संस्थानों पर हो रहे चौकीदार के हमले का नतीजा है.
वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी यही बात कही है और मोदी सरकार पर एक बयान के जरिए हमला किया, "CBI से RBI तक, संस्थान सभी पर आपदाएं बन गए हैं, यह बहुत बड़ा झटका है"
पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने एक ट्वीट में बीजेपी सरकार पर जमकर जुबानी वार किया है. ट्वीट में उन्होंने उल्लेख किया कि "कोई भी आत्म-सम्मानित विद्वान या अकादमिक इस सरकार में काम नहीं कर सकता है." उन्होंने कहा कि फैसले के कारण वो "दुखी है लेकिन आश्चर्यचकित नहीं है".
कांग्रेस के सांसद अहमद पटेल भी इस फैसले को "भारत की मौद्रिक और बैंकिंग प्रणाली पर एक ब्लॉट" कहते हुए इस कतार में शामिल हो गए. उन्होंने कहा कि "देश की प्रतिष्ठा और विश्वसनीयता अब हिस्सेदारी पर है."
इसके साथ ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दावा किया कि आरबीआई के गवर्नर के रूप में पद छोड़ने का पटेल का निर्णय इसलिए था क्योंकि उन्होंने मोदी सरकार को आरबीआई रिजर्व के 3 लाख करोड़ रुपये लूटने की इजाजत देने से इनकार कर दिया था.
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Published December 10th, 2018 at 20:24 IST