Updated November 1st, 2018 at 21:07 IST
National Approval Ratings | दिल्ली में कांग्रेस और AAP को लग सकता है तगड़ा झटका, सातों सीटों पर हो सकता है BJP का कब्जा
दिल्ली की बात करें तो दिल्ली में लोकसभा की 7 सीटें हैं. अभी दिल्ली की सातों लोकसभा सीटों पर भारतीय जनता पार्टी के सांसद हैं.
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लोकसभा चुनाव में अब बस कुछ ही महीने ही रह गए हैं. राजनीतिक पार्टियां चुनावी रणनीति बनाने में जुट गईं हैं. ऐसे में रिपब्लिक टीवी और CVoter आपके सामने National Approval Ratings लेकर आए हैं ताकि आपको पता चल सके की अगर आज की तारीख में चुनाव होते हैं तो किस पार्टी को कितनी सीटें मिलेंगी? किस राज्य में किस पार्टी का बोलबाला रहेगा?
दिल्ली की बात करें तो दिल्ली में लोकसभा की 7 सीटें हैं. अभी दिल्ली की सातों लोकसभा सीटों पर भारतीय जनता पार्टी के सांसद हैं. दिल्ली में फिलहाल आम आदमी पार्टी की सरकार है. दिल्ली में मुख्यतौर पर तीन पार्टियों के बीच मुकाबला है. बीजेपी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी.
किसको कितनी सीटें -
National Approval Ratings PROJECTION: के मुताबिक दिल्ली की सभी सात सीटें NDA के खाते में जाती हुई दिख रही हैं. वहीं UPA को बिहार की तरह दिल्ली में भी जोरदार झटका लगने वाला है. दिल्ली की सातों सीट भारतीय जनता पार्टी के खाते में जाती हुई दिख रही हैं. UPA की तरह ही आम आदमी पार्टी को भी दिल्ली में बड़ा झटका लग सकता है. बता दें, आम आदमी पार्टी ने 2014 में भी दिल्ली की सभी लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ा था लेकिन उन्हें एक भी सीट पर जीत नहीं मिली थी.
वोट शेयर -
National Approval Ratings PROJECTION: के मुताबिक वोट शेयर की बात करें तो UPA को लगभग 27.7 वोट प्रतिशत मिलने का अनुमान लगाया गया है. वहीं NDA को 42 प्रतिशत वोट शेयर और अरविंद केजरीवाल की पार्टी आम आदमी पार्टी को 26.1 प्रतिशत वोट शेयर मिलने का अनुमान जताया गया है. वहीं निर्दलीय को 4.2 फीसदी वोट शेयर मिलने का अनुमान है.
आम आदमी पार्टी की बात करें तो बीते कुछ महीनों में ऐसे कई नेता हैं जिन्होंने आम आदमी पार्टी से किनारा कर लिया है. पिछली बार पत्रकार से नेता बने आशुतोष और आशीष खेतान दोनों आप के टिकट पर चुनाव लड़े थे. वहीं अब इन दोनों ही नेताओं ने पार्टी से अपना नाता तोड़ लिया है. वहीं खबर है कि आम आदमी पार्टी यशवंत सिन्हा और बीजेपी के बागी नेता शत्रुघ्न सिन्हा को अपनी पार्टी के साथ जोड़ सकते हैं और उन्हें लोकसभा चुनाव में उतार सकते हैं.
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Published November 1st, 2018 at 15:21 IST