Updated September 18th, 2018 at 09:17 IST

मोहन भागवत बोले, देश की आजादी में कांग्रेस ने निभाई अहम भूमिका, दिए कई महापुरुष...

भागवत ने तीन दिन चलने वाले इस कार्यक्रम के उद्देश्य पर बात करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम का आयोजन इसलिए किया गया है कि लोग संघ को बेहतर तरीके से समझ सके.  

Reported by: Neeraj Chouhan
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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने सोमवार को कहा कि लोग अक्सर संघ को एक तानाशाह के रूप में व्यक्त करते हैं.  हालांकि, उन्होंने आगे कहा कि वो अपनी विचारधारा किसी पर जबरदस्ती थोपना नहीं चाहते.

राष्ट्रिय राजधानी दिल्ली में संघ द्वारा आयोजित 'भारत का भविष्य- संघ का दृष्टिकोण' कार्यक्रम में मोहन भागवत ने बोलते हुए कहा कि आरएसएस जो काम करता है कि वो खुद में अगल है. जो भी करता है वो अतुलनीय है. संघ को समझाने के लिए, केशव बलिराम हेडगेवार से शुरू करने की जरूरत है, जो कि संघ के संस्थापक थे.' 

यहीं नहीं संघ की कटु आलोचक माने जाने वाली कांग्रेस की बात करते हुए संघ प्रमुख ने कहा कि कांग्रेस के रूप में एक आंदोलन सारे देश में खड़ा हुआ , कांग्रेस के रूप में देश की स्वतंत्रता के लिये सारे देश में एक आंदोलन खड़ा हुआ, जिसमें अनेक सर्वस्वत्यागी महापुरूषों की प्रेरणा आज भी लोगों के जीवन को प्रेरित करती है.

भागवत ने तीन दिन चलने वाले इस कार्यक्रम के उद्देश्य पर बात करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम का आयोजन इसलिए किया गया है कि लोग संघ को बेहतर तरीके से समझ सके.  

उन्होंने कहा कि मैं यहां आप सभी से बातचीत करने आया हूं ना कि किसी को मानने आया हूं. संघ किभी किसी पर भी अपनी विचारधारा नहीं थोपता. जब भी लोग संघ के कार्यक्रम को देखते हैं तो उन्होंने लगता है कि सिर्फ एक आदमी आदेश देता है. इसलिए वो सोचते हैं कि आरएसएस एक तानाशाह संगठन है. 

आरएसएस प्रमुख ने लोगों से यह अपील कि 'भारतीय संस्कृति के विविधता वाले मौहोल से ना डरें' बल्कि इसका जश्न मनाएं और सम्मान करें. 

बता दें, ,संघ के कार्यक्रम में पहले दिन भाग लेने वाली दिग्गज हिस्तियों में भारतीय जनता पार्टी सुब्रमण्यम स्वामी, विजय गोयल और राम माधव के साथ मनीषा कोइराला, अनु मलिक, रवि किशन, भाग्यश्री और अन्नू कपूर जैसे बॉलीवुड सितारें भी शामिल थे. 

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Published September 18th, 2018 at 09:17 IST

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