Updated January 17th, 2019 at 20:32 IST
CM ममता का दावा, 'कांग्रेस कितनी सीटें जीतेगी नहीं पता लेकिन BJP ज्यादा सीट नहीं जीत पाएगी'
कांग्रेस की काबिलियत को कटघरे में खड़ा करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ये कह दिया में मुझे नहीं मालूम है कि कांग्रेस इस चुनाव में कितनी सीटें जीत पाएगी.
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सत्ता का ग्रैंड फिनाले को लेकर हर किसी के दिल की धड़कने तेज होती जा रही है. 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र सियासी सरगर्मी बढ़ती जा रही है. राजनीतिक पारा हाई होने के साथ-साथ आगामी चुनाव का काउंटडाउन भी शुरू हो चुका है. ऐसे में सभी पार्टियां अपनी एड़ी-चोटी का जोर लगाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती हैं. दावा किया जा रहा है कि महागठबंधन का सबसे बड़ा ट्रेलर 19 जनवरी, शनिवार को पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में देखा जाएगा.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने यूनाइटेड इंडिया रैली (मेगा रैली) के लिए अपनी कमर कस ली है. मेगा रैली से भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ ललकारने के लिए ममता बनर्जी ने पूरा मूड बना लिया है. लेकिन इस बीच ममता बनर्जी ने कुछ ऐसी बात कह दी है जिससे सवालों का किला खड़ा होना मानो आम बात हो गई है.
ममता बनर्जी ने कांग्रेस पार्टी की योग्यता पर अप्रत्यक्ष रूप से सवाल उठाया है. कांग्रेस की काबिलियत को कटघरे में खड़ा करते हुए उन्होंने ये कह दिया में मुझे नहीं मालूम है कि कांग्रेस इस चुनाव में कितनी सीटें जीत पाएगी.
ऐसे में इससे ये सवाल उठना लाज़मी है कि क्या ममता को कांग्रेस की भूमिका पर विश्वास नहीं है. सीटों के मसले पर बोलते हुए ममता बनर्जी ने कहा, ''मुझे नहीं मालूम कि कांग्रेस कितने सीटें जीतेगी.. लेकिन बीजेपी बहुत सीट नहीं जीत पाएगी.''
इस दौरान सीएम ममता ने यकीनन तीसरे मोर्चे को आगामी लोकसभा चुनाव में असली निर्णायक बताया है. ममता बनर्जी ने सीधे तौर पर कहा कि फेडरल पार्टी ही असली डिसिजन मेकर होगी.
रैली के बारे में जानकारी देते हुए ममता बनर्जी ने ये साफ कर दिया है कि इस मंच पर बीजेपी विरोधी लगभग सभी दलों के नेता इकट्ठा होकर मोदी सरकार के खिलाफ हुंकार भरने का काम करेंगे.
ममता ने ये भी दावा किया है कि इस मेगा रैली में बहुत सारे नेता शिरकत करेंगे. जिनमें शरद यादव, एम के स्टालिन, फारुक़ अबदुल्ला, अखिलेश यादव, तेजस्वी यादव, एन चंद्रबाबू नायडू, अरविंद केजरीवाल, एचडी कुमारस्वामी, मल्लिकार्जुन ख़ड़गे और भी बहुत सारे नेता 19 जनवरी को आयोजित यूनाइटेड इंडिया रैली में शामिल होंगे.
उन्होंने कहा कि बीजेपी के खिलाफ मजबूती से लड़ने के लिए ये एक बेहतर मंच है. ये महागठबंधन का पहला चेहरा होगा.
उन्होंने इस दौरान ये भी कहा, ''मैं सभी नेताओं से अनुरोध करना चाहूंगी कि वो कम से कम बोलें क्योंकि यहां बोलने के लिए बहुत सारे नेता मौजूद होंगे.''
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ऐसे में देखने वाली बात होगी कि ममता बनर्जी के इस रैली की गूंज दिल्ली में सत्ता के गलियारों तक पहुंच पाती है या नहीं.. आगामी चुनाव को लेकर हर कोई टक-टकी लगाए बैठा है. ममता बनर्जी और इस महागठबंधन का दांव कितना कारगर साबित हो पाता है ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा.
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Published January 17th, 2019 at 20:18 IST