Updated January 2nd, 2019 at 22:02 IST

कथित ऑडियो टेप पर बोले जेटली- मैं राहुल गांधी को संसद में टेप पेश करने का चैंलेज देता हूं"

वित्त मंत्री आगे कहते हैं, "आपको मीडिया मित्रों के सामने प्रमाणीकरण की आवश्यकता नहीं है. मैंने उनसे उस टेप को संसद के सामने रखने की चुनौती दी.

Reported by: Neeraj Chouhan
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वित्त मंत्री अरुण जेटली ने राहुल गांधी को 'ऑडियो टेप' प्रमाणित करने का चैंलेज दिया है, जिसके बारे में कांग्रेस के दावा है कि गोवा के मंत्री विश्वजीत राणे ने कथित तौर पर किसी को बताया कि राफेल फाइलें पूर्व रक्षा मंत्री और गोवा के सीएम मनोहर पर्रिकर के घर में मौजूद थीं.

अरुण जेटली ने कहा कि टेप ‘‘झूठा और मनगढ़ंत’’ है . उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष से पूछा कि क्या वह इसकी पुष्टि कर सकते हैं? जेटली ने यह भी कहा कि टेप के झूठा पाए जाने पर गांधी को विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव और यहां तक कि निष्कासन का सामना भी करना पड़ सकता है .

उन्होंने कहा कि "जब मैंने निचले सदन में चुनौती दी, तो उन्होंने (गांधी) ने टेप और टेप के टेक्सट को प्रमाणित करवाने से इनकार कर दिया. अध्यक्ष ने उनसे कहा कि आप टेप को प्रमाणित कर सकते हैं और इसे रख सकते हैं. जिस क्षण वह टेप को प्रमाणित करते है तो उसी समय ही वो झूठे करार हो जाते. वह जालसाजी का दोषी हो जाएंगे, वह विशेषाधिकार के उल्लंघन का दोषी हो जाएंगे, जो किसी भी व्यक्ति के संसदीय कैरियर पर एक धब्बा है, इसलिए वो पीछे हट गए."

वित्त मंत्री आगे कहते हैं, "आपको मीडिया मित्रों के सामने प्रमाणीकरण की आवश्यकता नहीं है. मैंने उनसे उस टेप को संसद के सामने रखने की चुनौती दी. जेटली ने कहा, अगर वह टेप के प्रमाणीकरण के बारे में इतना आश्वस्त है तो मैं उसे एक बार फिर से प्रमाणित करने और संसद में रखने की चुनौती देता हूं."

बता दें, दूसरी तरफ पर्रिकर ने कहा कि कांग्रेस राफेल मुद्दे पर तथ्य गढ़ने के लिए हताशा भरे प्रयास कर रही है क्योंकि उच्चतम न्यायालय ने उसके ‘‘झूठ’’ का पर्दाफश कर दिया .  पर्रिकर ने कहा कि जिस ऑडियो क्लिप की बात कही जा रही है, उस तरह की कोई चर्चा कैबिनेट या किसी अन्य बैठक में नहीं हुई .

राफेल लड़ाकू विमान खरीदने के लिए भारत और फ्रांस के बीच हुए समझौते के समय पर्रिकर रक्षा मंत्री थे .

इससे पहले आज दिन में कांग्रेस ने पर्रिकर के कथित दावे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जवाब मांगा और पूछा कि क्या यही कारण है जिसकी वजह से संयुक्त संसदीय समिति (जे पी सी) जांच का आदेश नहीं दिया गया .

कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला गोवा के मंत्री विश्वजीत राणे और एक अन्य व्यक्ति के बीच कथित बातचीत का टेप लेकर आए .

सुरजेवाला ने संसद के बाहर मीडिया के समक्ष टेप चलाते हुए दावा किया कि राणे को कथित तौर पर यह कहते सुना जा सकता है कि पिछले सप्ताह गोवा कैबिनेट की बैठक में पर्रिकर ने कहा था कि उनके पास राफेल सौदे से जुड़ी फाइल और तमाम कागजात हैं जो उनके बेडरूम में पड़े हैं .

उन्होंने राणे के हवाले से कहा, ‘‘मुख्यमंत्री ने बहुत ही रोचक बयान दिया कि मेरे पास राफेल से जुड़ी सारी सूचना है जो मेरे बेडरूम में पड़ी है...इसका मतलब है कि उन्होंने इसे रोक रखा है . उन्होंने कहा कि यह यहां केवल मेरे फ्लैट में मेरे बेडरूम में है, राफेल पर प्रत्येक कागजात .’’ 

हालांकि इस संबंध में कोई पुष्टि नहीं हो पाई कि ऑडियो में क्या राणे की ही आवाज है . दूसरे व्यक्ति की पहचान भी पता नहीं चल पाई .

राणे ने ऑडियो क्लिप को ‘‘गढ़ी हुई’’ और फर्जी करार दिया तथा भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को बताया कि उन्होंने राज्य सरकार से मामले की जांच का आदेश देने को कहा है .

भाजपा ने आरोप लगाया है कि राफेल मुद्दे पर कांग्रेस केवल "झूठ बोल" रही है .

सुरजेवाला ने मोदी को निशाना बनाते हुए संवाददाताओं से कहा, ‘‘अब यह स्पष्ट है कि चौकीदार चोर है .’’ 

उन्होंने दावा किया, ‘‘अब प्रधानमंत्री को उत्तर देना चाहिए . देश जवाब मांग रहा है राफेल ‘घोटाले’ में कौन सी गोपनीय चीजें मनोहर पर्रिकर के फ्लैट और बेडरूम में पड़ी हैं .’’ 

सुरजेवाला ने कहा कि चौकीदार पर्रिकर से क्यों डरे हुए हैं .

उन्होंने कहा, ‘‘मोदी सरकार क्या छिपा रही है...क्या यही कारण है कि जेपीसी जांच का आदेश नहीं दिया जा रहा है .’’ 

सुरजेवाला ने कहा, ‘‘राफेल मामले में भ्रष्टाचार और अनियमितताएं हुईं और यह फाइलों में दर्ज है . वे फाइल पर्रिकर के पास हैं . वे क्यों छिपाई जा रही हैं? यदि मोदी के पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है तो पर्रिकर ने उन फाइलों को अपने बेडरूम में क्यों छिपा रखा है और हर किसी को धमकी दे रहे हैं कि कोई उनके खिलाफ कुछ नहीं कर सकता .’’ 

उन्होंने कहा कि यह अब जरूरी हो गया है कि पर्रिकर के पास पड़ी फाइलें सार्वजनिक हों .

लोकसभा में राहुल गांधी ने ऑडियो टेप चलाने के लिए अध्यक्ष की अनुमति मांगी . 

उन्होंने राफेल मुद्दे पर प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि उनमें प्रश्नों का सामना करने के लिए संसद आने की हिम्मत नहीं है .

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Published January 2nd, 2019 at 21:53 IST

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