Updated September 27th, 2018 at 19:08 IST

'अगर मुस्लिम समुदाय आगे बढ़कर कहता है कि आप राम मंदिर का निर्माण करिए तो ये सबसे अच्छा होगा': उमा भारती

सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले पर केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने खुशी जताई है. उन्होंने कहा, ''आज का दिन मेरे लिए महत्वपूर्ण है..

Reported by: Gaurav Kumar
| Image:self
Advertisement

सुप्रीम कोर्ट के द्वारा अयोध्या मामले में एक केस की सुनवाई करते हुए कहा गया है कि इस्माइल फारूकी मामले को पुनर्विचार के लिए बड़ी बेंच को भेजने की जरूरत नहीं है. सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले पर केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने खुशी जताई है. उन्होंने कहा, ''आज का दिन मेरे लिए महत्वपूर्ण है.. मैं इस फैसले का स्वागत कतरी हूं .. मैंने शुरू से ही कहा है कि ये दो अस्थाओं के टकराव का मामला नहीं है. क्योंकि हिंदुओं के लिए राम जन्मभूमि है लेकिन मुस्लिम तबके के लिए ये एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक धर्मिक तथ्य नहीं है क्योंकि उनका जो धार्मिक महत्व है वो मक्का मदीना है इसलिए ये आस्थाओं का टकराव नहीं है बल्कि ये मामला क्रिएट किया गया और अंत में ये जमीन के विवाद में बदल गया..''

उमा भारती ने कहा, ''अयोध्या में दो मामले हैं पहला, जमीन किसकी? जो जमीन का मामला है उसका नेचर ऐसा होता है कि दोनों पक्ष इसे कोर्ट के बाहर भी सेटल कर सकते हैं. और दूसरा मामला, जो है वो 6 दिसंबर का जो केस चल रहा है.. जो आडवाणी जी पर मुरली मनोहर जोशी जी और मेरे ऊपर है क्योंकि जब भी ऐसे फैसले आते हैं तब मेरे भाव मिश्रित हो जाते हैं.''

''अगर मुस्लिम समुदाय ने ये फैसला कर लिया कि हमें राजनीतिक लोगों को इसका लुत्फ नहीं लेने देना है और इसलिए हमें आगे बढ़कर कहते हैं कि आप राम मंदिर का निर्माण करिए तो ये सबसे अच्छा होगा..''

उमा भारती का कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना - 

इसके साथ ही उन्होंने कहा, ''इतने साल सत्ता में बाहर रहने के बाद उन्हें राम की याद आई है.. हम तो राम की वजह से सत्ता से बाहर हो गए थे.. और ये सत्ता में आने के लिए राम के नाम का सहारा ले रहे हैं.. सबको मालूम है कि धर्म के नाम पर कांग्रेस ने बंटवारा किया है.. भारत और पाकिस्तान का जो विभाजन हुआ है वो धर्म के आधार पर हुआ है. 1984 में दंगे हुए कांग्रेस के समय में लोगों को पकड़-पकड़कर मारा गया .. 356 का दुरुपयोग करके राम के नाम पर हमारी सारी सरकारें रद्द कर दी थी.''

वहीं इससे पहले सुप्रीम कोर्ट के फैसले का विश्व हिंदू परिषद ने भी स्वागत किया. VHP के अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा है कि ''हम सुप्रीम कोर्ट के फैसले से खुश हैं.. इस केस को 68 साल हो गए हैं .. इस मामले में अब सुनवाई जल्दी-जल्दी होनी चाहिए..''

बता दें, सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि अयोध्या मामले पर अब 29 अक्टूबर 2018 से सुनवाई होगी. 

Advertisement

Published September 27th, 2018 at 19:08 IST

Whatsapp logo