Updated November 15th, 2018 at 22:16 IST

#KillPMPlot : PM मोदी की हत्या की साजिश मामले में पुणे पुलिस ने 'अर्बन नक्सलियों' के खिलाफ दायर की चार्जशीट, इन लोगों के नाम शामिल...

पुणे पुलिस ने 'अर्बन नक्सलियों' के खिलाफ चार्जशीट दायर कर दी है. चार्जशीट में इस बात को पुख्ता किया गया है कि इन लोगों द्वारा PM मोदी की हत्या की साजिश रची जा रही थी.

Reported by: Ayush Sinha
| Image:self
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अर्बन नक्सली मामले में पुणे पुलिस ने रोना विल्सन और प्रशांत बोस समेत कई 'अर्बन नक्सलियों' के खिलाफ चार्जशीट दायर कर दी है. पुलिस की इस चार्जशीट में इस बात को पुख्ता किया गया है कि रोना विल्सन और प्रशांत बोस समेत सभी आरोपियों द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या की साजिश पूर्व प्रधानमंत्री 'राजीव गांधी हत्या' स्टाइल में रची जा रही थी.

5000 पेज के इस चार्जशीट में शामिल लोगों के नामों में से एक कार्यकर्ता रोना विल्सन, नागपुर के वकील सुरेंद्र गडलिंग, नागपुर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर सोमा सेन, प्राइम मिनिस्टर रूरल डेवलपमेंट में काम कर चुके महेश राउत और रिपब्लिकन पैंथर्स के सुधीर धावले शामिल हैं. इसके अलावा पांच अंडरग्राउंड माओवादी जो फिलहाल फरार हैं- मिलिंद तेलतुंबडे, प्रकाश उर्फ ऋतुपम गोस्वामी, प्रशांत बोस उर्फ किशन दा, मांगलू और दीपू के नाम चार्जशीट में शामिल किए गए हैं.

हाल ही में भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में जांच आयोग को दिए गए एफिडेविट में पुणे पुलिस ने जिग्नेश मेवानी, उमर खालिद, सुधीर ढवाले और कबीर कला मंच के सदस्यों का नाम शामिल किया था. पुलिस ने हलफनामे में इन तमाम लोगों को 'भड़काऊ भाषण' देने का दोषी पाया था. 

बता दें, अक्टूबर में पुणे सेशन कोर्ट ने भीम कोरेगांव मामले में 28 अगस्त को गिरफ्तार पांच आरोपियों में से तीन वर्णन गोंसाल्विस, अरुण फेरेरा और सुधा भारद्वाज की जमानत याचिका को खारिज कर दिया था.

वहीं सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए कहा था कि गिरफ्तारियां राजनीतिक असहमति की वजह से नहीं हुई हैं. इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि सभी आरोपी अगले चार हफ्तों के लिए नजरबंद ही रहेंगे और महाराष्ट्र पुलिस इस पूरे मामले में जांच करेगी.

17 सितंबर को केंद्र सरकार पहली बार इस पूरे मामले पर कोर्ट में पेश हुई थी. इन पांचों आरोपियों पर नक्सलियों के साथ संबंध रखने के आरोप लगे हैं. भारत सरकार की तरफ से ASG मनिंदर सिंह ने कोर्ट को उस दौरान बताया था कि नक्सलवाद देश में एक समस्या है. उन्होंने कहा था कि 5 आरोपी के पास निचली अदालत से संपर्क करने के विकल्प हैं. 

इससे पहले जून में पुणे पुलिस ने रोना विल्सन को सुरेंद्र गडलिंग, सुधीर धावले, सोमा सेन, महेश राउत और राना जैकब को भीमा-कोरेगांव हिंसा मामले में गिरफ्तार किया था. इन लोगों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने रोना विल्सन के लैपटॉप से एक लेटर बरामद किया था जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या राजीव गांधी स्टाइल में करने का जिक्र किया गया था. 

गौरतलब है कि भीमा कोरेगांव युद्ध की 200वीं वर्षगांठ के दौरान हिंसा भड़क गई थी. इस हिंसा के दौरान कई लोगों के घायल होने की खबर आई थी. फिलहाल चार्जशीट दाखिल कर ली गई है ऐसे में अब सवाल ये उठ रहा है कि क्या आरोपपत्र दायर होने के बाद भी विपक्ष 'अर्बन नक्सल' के बचाव में अपनी आवाज बुलंद करेगी?

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Published November 15th, 2018 at 22:16 IST

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