Updated October 9th, 2018 at 15:16 IST
MeToo : केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर पर लगा यौन शोषण का आरोप, BJP सांसद ने कहा - ये गलत प्रथा की शुरुआत
केंद्र की मोदी सरकार में मंत्री और पूर्व एडिटर एमजे अकबर पर यौन शोषण का आरोप लगा है.
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इन दिनों सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहे #MeToo कैंपेन के जरिए बॉलीवुड, मीडिया और अन्य कार्यक्षेत्रों से जुड़ी महिलाएं खलुकर सामने आ रही हैं, और सालों साल पहले उनके साथ हुई यौन शोषण की घटनाओं को लोगों के साथ साझा कर रही हैं . यौन हिंसा का शिकार हुई कई अभिनेत्रियों ने भी बॉलीवुड के बड़े चेहरों को बेनाकब किया है. इसी क्रम में अब केंद्र की मोदी सरकार में मंत्री और पूर्व एडिटर एमजे अकबर पर यौन शोषण का आरोप लगा है. MeToo कैंपेन के तहत तीन महिला पत्रकारों प्रिया रमानी , प्रेरणा विंद्रा और शुमा रहा ने उनपर यौन शोषण के आरोप लगाए हैं.
इसके बाद अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी ने कहा कि सरकार की जिम्मेदारी है कि तुरंत अकबर बर्खास्त करे.
बता दें अकबर कई अखबार और पत्रिकाओं में संपादक रह चुके है. साल 2017 में भी एक महिला पत्रकार ने बताया था कि उसके बास ने उसे होटल के कमरे में जॉब इंटरव्यू के लिए बुलाया था. प्रिया रमानी नने ट्वीट किया है कि एमजे अकबर ने होटल रूम में इंटरव्यू के दौरान कई महिला पत्रकारों के साथ आपत्तिजनक हरकतें की हैं. पत्रकार प्रिया रमानी ने अपने ट्वीटर हैडल पर एम जे अकबर का नाम लिखते हुए लिंक शेयर किया. कहा कि यह कहानी जिससे शरू होती है वह वहीं है.
एमजे के बचाव में उतरे बीजेपी सांसद उदित राज ने ट्वीट करते हुए कहा #MeToo कैम्पेन जरूरी है लेकिन किसी व्यक्ति पर 10 साल बाद यौन शोषण का आरोप लगाने का क्या मतलब है ? इतने सालों बाद ऐसे मामले की सत्यता की जांच कैसे हो सकेगा ? जिस व्यक्ति पर झूठा आरोप लगा दिया जाएगा उसकी छवि का कितना बड़ा नुकशान होगा ये सोचने वाली बात है. गलत प्रथा की शुरुआत है.
सांसद उदित राज ने कहा , यह कैसे संभव है कि कोई लिव इन रिलेशन में हरने वाली लड़की अपने पार्टनर पर कभी भी ''रेप'' का आरोप लगाकर उस वयक्ती पर मुकदमा दर्ज करा दे , वो व्यक्ति जेल चला जाए. इस तरह की घटना आये दिन किसी ने किसी के साथ हो रहा है. क्या ये अब ब्लैकमेलिंग के लिए नहीं इस्तेमाल हो रहा है.
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Published October 9th, 2018 at 15:08 IST