Updated October 27th, 2018 at 12:53 IST

पत्थरबाजों ने की जवान की हत्या, सेना प्रमुख बोले- हम क्यों ना इन्हें आतंकवादियों का 'मददगार' समझे...

सेना प्रमुख ने कहा कि पाकिस्तान जम्मू- कश्मीर का विकास रोकना चाहता है. लेकिन भारत एक मजबूत देश है जो हर परिस्थिति का मुकाबला कर सकता है

Reported by: Neeraj Chouhan
Credit- ANI | Image:self
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जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में पत्थरबाज द्वारा सेना के काफ़िला पर हमल में घायल हुए सेना के जवान की मौत के मामले सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने पड़ोसी देश पाकिस्तान को आड़े हाथो लिया. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को अच्छी तरह पता है कि वो  कभी भी सफल नहीं हो सकता. उसके लिए मुद्दे को गर्म रखने के लिए आतंकवाद से अलग रास्ता है.

सेना प्रमुख ने कहा कि पाकिस्तान जम्मू- कश्मीर का विकास रोकना चाहता है. लेकिन भारत एक मजबूत देश है जो हर परिस्थिति का मुकाबला कर सकता है और हम विभिन्न मोर्च पर सैन अभियान करने में सक्ष्म है.

अनंतनाग में पत्‍थरबाजी की घटना में घायल होकर शहीद हुए जवान राजेंद्र सिंह के मामले पर सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने कहा  जिस जवान को पत्‍थरबाजों ने हमला करके मार दिया वो बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन की सुरक्षा में तैनात था, वो यहां सड़क निर्माण कर रही थी. इसके बाबजूद लोग हमसे कहते हैं कि इनको आतंकवादियों  का मददगार ना समझे. 

बता दें, गुरुवार को कुछ पत्थरबाजों द्वारा सेना के काफ़िला पर हमला किया. प्रदर्शन कर रहे पत्थरबाजों ने सैनिकों को निशाना बनाकर पत्थर फेंके. पथराव में सिर पर गहरी चोट लगने से घायल हुए 22 साल के सेना के एक जवान की मौत हो गई. सेना के एक प्रवक्ता ने इसकी जानकारी दी है.

जानकारी के अनुसार , जवान राजेंद्र सिंह सीमा सड़क संगठन के काफिले को सुरक्षा प्रदान करने वाले क्यूआरटी दल में शामिल थे. शाम करीब 6 बजे जब काफ़िला एनएच 33 के पास से गुजर रहा था तो प्रदर्शनकारियों ने अनंतनाग बाइपास के पास गुजर रहे सेना के काफिले में पथराव किया. इस दौरान काफिले में मौजूद 22 साल के सेना जवान राजेंद्र सिंह के सिर पर चोट लगा. चोट इतनी गहरी थी कि खून निकलना रूक नहीं रहा था. 

जवान को आनन फानन में प्राथमिक चिकित्सा प्रदान की गई और उन्हें 92 बेस अस्पताल पहुंचाया गया. जहां जवान राजेंद्र सिंह ने दम तोड़ दिया. जम्मू - कश्मीर पुलिस का कहना है कि इस मामले में सेना ने अभी तक कोई एफआईआर नहीं दर्ज कराई है. 

सेना के प्रवक्ता ने बताया कि जवान राजेंद्र सिंह मूल रूप से उत्तराखंड के पिथोरागढ़ के गांव बेदना के रहने वाले थे . उन्होंने 2016 में आर्मी ज्वॉइन की थी. 

शहिद जवान राजेंद्र सिंह के परिवार में उनके माता - पिता हैं. सेना ने शुक्रवार को उन्हें और दो अन्य जवानों लांस नायक ब्रजेश कुमार , सिपाही एनगमसियामलियाना को श्रद्धांजलि दी . दोनों जवान कश्मीर घाटी में अगल - अलग आतंकवाद - निरोध अभियानों में शहीद हो गए थे. 

 

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Published October 27th, 2018 at 12:48 IST

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