Updated March 29th, 2024 at 10:35 IST
Mukhtar Ansari की मौत पर BSP चीफ Mayawati बोलीं- 'परिवार के आरोप गंभीर, उच्च स्तरीय जांच जरूरी'
माफिया मुख्तार अंसारी को गुरुवार को तबीयत बिगड़ने पर बांदा के मेडिकल कॉलेज में ले जाया गया था, लेकिन तकरीबन शाम 8.25 बजे मुख्तार की मौत हो गई।
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Mukhtar Ansari Death: पूर्वांचल के माफिया और बहुजन समाज पार्टी से विधायक रह चुके मुख्तार अंसारी की गुरुवार देर शाम मौत हो गई। रसूख और रुतबा वाले माफिया अंसारी को तबीयत बिगड़ने पर बांदा के मेडिकल कॉलेज में ले जाया गया था, लेकिन तकरीबन शाम 8.25 बजे मुख्तार की मौत हो गई। बताया जाता है कि दिल का दौरा पड़ने से मुख्तार अंसारी की मौत हुई है। हालांकि परिवार के साथ-साथ कुछ राजनेता मुख्तार की मौत पर सवाल उठा रहे हैं। आरोपों के बीच बहुजन समाज पार्टी की चीफ मायावती ने मांग कर डाली है कि मुख्तार अंसारी के परिवार के आरोपों की जांच होनी चाहिए।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने मुख्तार अंसारी की मौत पर परिवार के प्रति अपनी संवेदना जताई। यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया साइट 'X' पर लिखा- ' मुख्तार अंसारी की जेल में हुई मौत को लेकर उनके परिवार द्वारा जो लगातार आशंकाएं और गंभीर आरोप लगाए गए हैं, उनकी उच्च-स्तरीय जांच जरूरी, ताकि उनकी मौत के सही तथ्य सामने आ सकें। ऐसे में उनके परिवार का दुखी होना स्वाभाविक। कुदरत उन्हें इस दुख को सहन करने की शक्ति दे।'
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मुख्तार अंसारी के परिवार ने क्या आरोप लगाए?
मुख्तार अंसारी का परिवार उनकी मौत के बाद कई तरह के सवाल खड़े कर रहा है। मुख्तार के बड़े भाई सिबकतुल्लाह अंसारी के आरोप हैं कि '18 मार्च से ही उनकी (मुख्तार अंसारी) काफी तबीयत खराब चल रही थी। बार-बार कहने के बावजूद कोई इलाज नहीं दिया जा रहा था, कोई इलाज नहीं दिया गया।'
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हालांकि मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी आरोप लगा रहे हैं कि 'दो दिन पहले मैं उनसे मिलने आया था, लेकिन मुझे इजाजत नहीं दी गई। 19 मार्च को रात के खाने में उन्हें जहर दिया गया था, हमें न्यायपालिका पर पूरा विश्वास है।' उमर का कहना है, 'पोस्टमार्टम होगा। इसके बाद हम आगे की प्रक्रिया (अंतिम संस्कार) करेंगे। पोस्टमार्टम करने के लिए 5 डॉक्टरों का पैनल बनाया गया है।'
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मुख्तार की मौत पर विपक्ष ने सवाल उठाए
परिवार के आरोपों के बाद समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और असदुद्दीन ओवैसी जैसे नेता और पार्टियां भी सवाल उठाने लगी हैं। मुख्तार अंसारी की मौत के बाद समाजवादी पार्टी के सांसद जावेद अली खान सोशल मीडिया पर लिखते हैं- 'अदालत द्वारा सजा-ए मौत भी मंजूर, सरकार प्रायोजित हत्या कुबूल नहीं। मुख्तार अंसारी को श्रद्धांजलि।'
सपा नेता रामगोपाल यादव लिखते हैं- 'मुख्तार अंसारी की जिन परिस्थितियों में मृत्यु हुई वो अत्यधिक चिंताजनक है। उन्होंने न्यायालय में अर्जी देकर पहले ही जहर के द्वारा अपनी हत्या की आशंका व्यक्त की थी। मौजूदा व्यवस्था में तो ना जेल में कोई सुरक्षित, ना पुलिस कस्टडी में और ना अपने घर में। प्रशासनिक आतंक का माहौल पैदा करके लोगों को मुंह बंद रखने को विवश किया जा रहा है। क्या मुख्तार अंसारी द्वारा न्यायालय में दी गयी अर्जी के आधार पर कोई न्यायिक जांच के आदेश करेगी यूपी सरकार?'
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AIMIM नेता और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी कहते हैं- 'गाजीपुर की अवाम ने अपने चहीते बेटे और भाई को खो दिया। मुख्तार साहब ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाया था कि उन्हें जहर दिया गया था। बावजूद इसके सरकार ने उनके इलाज पर तवज्जो नहीं दिया। निंदनीय और अफसोसजनक।'
विपक्ष के सवालों पर पूर्व डीजीपी का जवाब
मुख्तार अंसारी का परिवार और तमाम विपक्षी नेता उनकी मौत पर सवाल उठा रहे हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी ओपी सिंह उन आरोपों को बेबुनियाद बताते हैं। अंसारी के दिल का दौरा पड़ने से निधन पर यूपी के पूर्व डीजीपी ओपी सिंह कहते हैं- 'ये आरोप लगाना कि उन्हें जहर दिया गया, बिल्कुल बेबुनियाद आरोप है। पोस्टमार्टम होने के बाद स्थिति बिल्कुल स्पष्ट हो जाएगी। मुख्तार अंसारी एक अपराधी, डॉन और माफिया था। उसकी मौत के बारे में बड़े पैमाने पर नहीं सोचा जाना चाहिए।'
हालांकि तमाम आरोपों के बीच गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी की मौत की मजिस्ट्रेटी जांच होगी। तीन सदस्यीय टीम इसकी जांच करेगी। डॉक्टरों का पैनल पोस्टमार्टम करेगा, जिसकी वीडियोग्राफी की जाएगी। फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मुख्तार अंसारी की मौत के बारे में स्पष्ट खुलासा होगा।
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Published March 29th, 2024 at 09:16 IST
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