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Updated December 2nd, 2021 at 06:44 IST

‘UPA क्या है?’: कांग्रेस पर ममता बनर्जी का तीखा हमला, कहा- ‘जो पार्टी लड़ नहीं सकती…’

तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने कांग्रेस की ओर इशारा करते हुए कहा कि जो ‘पार्टियां लड़ नहीं सकती, उनका कुछ नहीं किया जा सकता’।

Reported by: Sakshi Bansal
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तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने बुधवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) के साथ एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए, बीजेपी से लड़ने के लिए एक मजबूत वैकल्पिक बल की जरूरत को दोहराया है। उन्होंने कहा कि कोई भी पार्टी अकेले बीजेपी से नहीं लड़ सकती और जो लड़ सकती हैं उन्हें एक साथ आना चाहिए। फिर उन्होंने कांग्रेस की ओर इशारा करते हुए कहा कि जो ‘पार्टियां लड़ नहीं सकती, उनका कुछ नहीं किया जा सकता’।

यह पूछे जाने पर कि क्या शरद पवार के नेतृत्व में यूपीए वैकल्पिक ताकत होगी, तो टीएमसी सुप्रीमो ने कहा, “क्या यूपीए, अब कोई यूपीए नहीं है।” गौरतलब है कि वैकल्पिक बल बनाने की चर्चा के लिए ममता बनर्जी ने शरद पवार से 'शिष्टाचार भेंट' की थी।

'समान विचारधारा वाली पार्टियों को साथ लाना है ममता बनर्जी की मंशा'

शरद पवार ने भी ममता बनर्जी के वैकल्पिक बल के आईडिया पर अपनी सहमति व्यक्त की है। उन्होंने कहा, “हमारी सोच आज के लिए नहीं है, बल्कि चुनाव के लिए है। इसे स्थापित करना होगा और इसी मंशा के साथ उन्होंने दौरा किया है और हम सभी के साथ बहुत सकारात्मक चर्चा की है।”

यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस इस मोर्चे का हिस्सा बनेगी, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘कांग्रेस हो या कोई अन्य पार्टी, बात यह है कि जो लोग बीजेपी के खिलाफ हैं, अगर वे एक साथ आएंगे तो उनका स्वागत है।’

आपको बता दें कि जब से तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress) ने घोषणा की है कि वह राष्ट्रीय हो रही है, उसकी प्रमुख ममता बनर्जी सत्तारूढ़ बीजेपी को हराने के लिए विपक्षी दलों को एकजुट करने में लगी हुई हैं। उन्होंने पिछले कुछ महीनों में, कई अंतरराज्यीय दौरे किए हैं और कांग्रेस की प्रमुख सोनिया गांधी, आम आदमी पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल जैसे नेताओं से मुलाकात की है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से मिलने में असमर्थ ममता ने संजय राउत और आदित्य ठाकरे से भी मुलाकात की। साथ ही अब वह एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार से भी मिल चुकी हैं।

हालांकि ममता बनर्जी अक्सर इस वैकल्पिक ताकत के लीडर के सवालों से बचती रही हैं, लेकिन यह बिल्कुल साफ है कि वह चेहरा बनना चाहती हैं। टीएमसी के बंगाली मुखपत्र "जागो बांग्ला" ने भी इस शीर्षक के साथ एक कवर स्टोरी चलाई थी कि "राहुल गांधी विफल रहे, ममता वैकल्पिक चेहरा हैं"।

स्टोरी ने टीएमसी के लोकसभा पार्टी नेता सुदीप बंदोपाध्याय (Sudip Bandopadhyay) के हवाले से कहा था- “देश एक वैकल्पिक चेहरे की तलाश कर रहा है। मैं राहुल गांधी को लंबे समय से जानता हूं, लेकिन मुझे कहना होगा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वैकल्पिक चेहरे के रूप में उभरने में विफल रहे हैं। लेकिन ममता बनर्जी मोदी के वैकल्पिक चेहरे के रूप में उभरने में सफल रही हैं।”

ये भी पढ़ेंः एमपी: गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का कमलनाथ पर हमला, कहा- ‘कोरोना काल में बस घर बैठकर सियासी रोटियां सेंकी’

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Published December 2nd, 2021 at 06:40 IST

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