Advertisement

Updated February 4th, 2019 at 12:12 IST

उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी RLSP ने बुलाया 'बिहार बंद', सड़कों पर उतरे कार्यकर्ता

पुलिस की इस कथित बर्बरता के खिलाफ रालोसपा की ओर से आहूत बंद का समर्थन महागठबंधन में शामिल RJD, कांग्रेस और हम सेक्युलर ने किया है।

Reported by: Ayush Sinha
| Image:self
Advertisement

बिहार की राजधानी पटना के डाकबंगला चौराहा पर शिक्षा में सुधार सहित 25 सूत्री मांग को लेकर राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP) के आक्रोश मार्च पर शनिवार को किए गए पुलिस लाठी चार्ज के विरोध में राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। 

इस लाठीचार्ज में पार्टी प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा और कार्यकर्ताओं के घायल होने के विरोध में सोमवार को महागठबंधन समर्थित बिहार बंद का आयोजन किया गया है। इसे सफल बनाने के लिए RLSP कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए हैं। लाठी चार्ज में घायल हुए रालोसपा प्रमुख कुशवाहा पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती हैं।

पुलिस की इस कथित बर्बरता के खिलाफ रालोसपा की ओर से आहूत बंद का समर्थन महागठबंधन में शामिल RJD, कांग्रेस और हम सेक्युलर ने किया है।

RLSP के बंद को सफल बनाने के लिए राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के कार्यकर्ताओं ने पटना के हड़ताली मोड़ पर पुराने टायर जलाकर प्रदर्शन किया। प्रदेश के अन्य भागों भोजपुर, बक्सर, नालंदा और सुपौल में भी बंद समर्थकों ने प्रदर्शन किया।

बंद के आह्वान का देखते हुए सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम किए गए हैं। प्रमुख चौक चौराहों पर अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती गयी है।

पटना के व्यस्ततम चौराहे डाक बंगला मोड पर भी भारी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है।

गौरतलब है कि पिछले शनिवार को पुलिस ने जेपी गोलम्बर से डाक बंगाला चौराहा होकर राजभवन जा रहे RLSP कार्यकर्ताओं को पुलिस ने चौराहे पर रोका था। भीड़ बढ़ने पर पुलिस ने पहले पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया, लेकिन बाद में लार्ठी चार्ज करना पड़ा। इसमें कुशवाहा को भी चोट आई थी।

इसे भी पढ़ें - महागठबंधन में शामिल होते ही उपेंद्र कुशवाहा बोले, 'बिहार में होगी पढ़ाई, दवाई और कमाई की व्यवस्था'

गौरतलब है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री कुशवाहा बीते दिनों काफी लंबे वक्त तक सुर्खियों में बने हुए थे। मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे कुशवाहा ने अचानक से बागी सुर अपना लिए थे। जिसके बाद दिसंबर महीने में उन्होंने NDA का साथ छोड़ दिया था और कुछ ही दिनों के बाद विपक्षी खेमा "महागठबंधन" में शामिल हो गए थे।

Advertisement

Published February 4th, 2019 at 11:58 IST

आपकी आवाज. अब डायरेक्ट.

अपने विचार हमें भेजें, हम उन्हें प्रकाशित करेंगे। यह खंड मॉडरेट किया गया है।

Advertisement

न्यूज़रूम से लेटेस्ट

Advertisement
Advertisement
Advertisement
Whatsapp logo