Updated January 26th, 2021 at 09:19 IST
लालू की रिहाई के लिए तेजप्रताप की राष्ट्रपति से गुहार, कहा- ‘राजनीतिक षड्यंत्र के जरिए जेल में हैं मेरे पिता’
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव चारा घोटाला मामले में सजा काट रहे हैं और उनके परिवार ने उनकी रिहाई के लिए अभियान चलाया है।
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बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को निमोनिया होने के बाद रिम्स प्रशासन ने दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भेज दिया है। वह चारा घोटाला मामले में सजा काट रहे हैं और उनके परिवार ने उनकी रिहाई के लिए अभियान चलाया है। उनके बड़े बेटे और विधायक तेज प्रताप यादव ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को सोमवार को पोस्टकार्ड पर पत्र लिखकर अभियान की शुरुआत की है।
उनके बाद, लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्य ने भी पहल की है। वही, तेजप्रताप ने इसके लिए यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव से भी समर्थन मांगा है। राजद नेता ने कहा कि उनके पिता को एक साजिश के तहत जेल में रखा गया है।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, उन्होंने पोस्टकार्ड जारी करते हुए कहा- “उन्हें (लालू प्रसाद यादव को) एक साजिश के तहत सलाखों के पीछे डाल दिया गया है और लंबी बीमारी के बावजूद जेल में रखा गया है। यह केंद्र द्वारा राजनीतिक यातना है।”
तेज प्रताप यादव ने कहा कि 27 जनवरी को वह खुद दिल्ली जाकर राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे और उनसे आग्रह करेंगे कि लालू प्रसाद को रिहा कर दिया जाए। उन्होंने कहा कि ‘लालू को झूठे मुकदमे में फंसाया गया है और जेल में बंधक बनाकर रखा गया है’। तेज प्रताप ने इसे ‘राजनीतिक षड्यंत्र’ बताया और कहा कि ‘चारा घोटाले से संबंधित जितने भी लोग हैं, उनमें सबको रिहा कर दिया गया है, अब सिर्फ लालू ही बचे हैं।’
पत्र में तेज प्रताप ने राष्ट्रपति से आग्रह किया कि ‘उनके पिता बहुत बीमार हैं इसलिए अब जेल से रिहा कर देना चाहिए।’ उन्होंने दावा किया कि ‘लड़ाई को मुकाम तक पहुंचाएंगे और गांव-गांव में अभियान चलेगा।’
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Published January 26th, 2021 at 09:13 IST
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